रावतपुर के निजी अस्पताल के रविवार की सुबह एनआईसीयू में इलाज के दौरान नवजात बच्ची की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाकर हंगामा शुरू कर दिया। आरोप है कि बच्ची की नाक से ऑक्सीजन का पाइप हटा था और स्टाप सो रहा था। हालांकि माैके पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर परिजनों को शांत कराया।
फर्रुखाबाद निवासी प्रवीण की गर्भवती पत्नी सरिता को पिछले छह अगस्त को गुरुदेव चौराहे के पास निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसी दिन सरिता ने ऑपरेशन से बच्ची को जन्म दिया था। डाक्टरों ने बच्ची की नाजुक हालत को देख उसे पास के दूसरे निजी अस्पताल में भर्ती कराने की सलाह दी थी।
प्रवीण के मुताबिक एनआईसीयू में बच्ची को रखकर चार दिन से इलाज किया जा रहा था। आरोप है कि रविवार सुबह जब वह बेटी को देखने पहुंचे तो स्टॉफ सो रहा था। बच्ची की नाक से ऑक्सीजन पाइप हटा हुआ था और उसकी सांसें थम चुकी थीं। जब उन्होंने इसकी जानकारी डॉक्टर को दी तो उन्होंने बच्ची को मृत घोषित कर दिया। एडीसीपी पश्चिम कपिल देव सिंह ने बताया कि हंगामा कर रहे परिजनों को समझा बुझाकर शांत करा दिया गया है। मामले कि जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।