हैपेटाइटिस-बी के संक्रमण से पति की जिंदगी रोजाना कम होती जा रही थी, लिवर 80 फीसदी खराब हो गया, नौकरी भी छूट गई लेकिन शिखा ने हार नहीं मानी सबसे पहले अपना लिवर डोनेट कर पति को मौत के मुंह से बाहर खींच लाई।
Source link

हैपेटाइटिस-बी के संक्रमण से पति की जिंदगी रोजाना कम होती जा रही थी, लिवर 80 फीसदी खराब हो गया, नौकरी भी छूट गई लेकिन शिखा ने हार नहीं मानी सबसे पहले अपना लिवर डोनेट कर पति को मौत के मुंह से बाहर खींच लाई।
Source link