कासगंंज। सावन का अंतिम सोमवार विशेष योग संयोग के लेकर आ रहा है। इस दिन रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि, शोमन योग, सौभाग्य एवं चंद्रादित्य योग का संयोग बन रहा है। इसके साथ ही श्रावण और घनिष्ठा नक्षत्र भी इस दिन लग रहा है। भक्तों ने भोलेनाथ को मनाने के लिए अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं। बाजार से आवश्यक सामग्री की खरीदारी की। वहीं, उपवास के लिए फलाहार का सामान खरीदा।
ज्योतिष की मानें तो सावन के अंतिम सोमवार को रवि योग सुबह 5:53 बजे से सुबह 8:10 बजे तक रहेगा। रवि योग को शुभ कार्य, व्रत, पूजा आदि के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। इस योग में किए पूजा-पाठ से मान-सम्मान और धन-समृद्धि में बढ़ोतरी होती है। इसी समय सर्वार्थ सिद्ध योग भी रहेगा। जबकि शोभन योग सूर्याेदय से लेकर रात 12:47 बजे तक रहेगा। इसके अलावा शुक्रादित्य व सौभाग्य योग रहेगा। भक्तों में सावन के अंतिम सोमवार को लेकर उत्साह है। पूर्व संध्या से ही भक्त तैयारियों में जुट गए। शिव भक्तों ने पूजा-अर्चना के सामान की बाजार से खरीदारी की। बाजार से व्रत रखने के लिए सामान खरीदा गया।
इस तरह से करें भोलेनाथ की पूजा
ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान व ध्यान से निवृत होकर हाथ में अक्षत लेकर व्रत का संकल्प करना चाहिए। इसके बाद पास के शिवालय में जाकर शिवलिंग पर गंगा जल, बेल पत्र, सुपारी, फूल, फल, भांग, धतूरा आदि पूजा की चीजें अर्पित करें और विधिविधान के साथ शिव पूजा करें। सोमवार व्रत में कथा सुनना अनिवार्य माना जाता है। कथा सुनने के बाद शिव मंत्रों का जप करें और प्रार्थना करें। इसके बाद प्रदोष काल में भी शिव पूजन करें और मंत्रों का जप करते हुए आरती उतारें।
– सावन मास के अंतिम सोमवार को रवि योग सहित अन्य योगों का संयोग बनना बन रहा हैं। इस योग के बनने से भक्तों पर भोले बाबा की विशेष कृपा रहेगी- मुकुंद बल्लभ भट्ट, ज्योतिषाचार्य