Khatauli: सामाजिक सेवा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के तहत श्री कुन्दकुद जैन इंटर कॉलेज, खतौली में एक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। यह शिविर स्वर्गीय कामरेड सुरेंद्र कुमार जैन की पुण्य स्मृति में आयोजित किया गया, जो एक प्रख्यात बैंकिंग ट्रेड यूनियन लीडर, पूर्व चेयरमैन नगरपालिका परिषद खतौली और श्री कुन्दकुद जैन एजुकेशन एसोसिएशन खतौली के पूर्व अध्यक्ष रहे थे। यह शिविर लगातार बारहवें वर्ष आयोजित किया गया है, जिससे यह एक अद्वितीय परंपरा बन चुकी है।
रक्तदान शिविर का उद्घाटन टिकोला शुगर मिल के निदेशक राघव स्वरूप, निरंकार स्वरूप और अमित स्वरूप ने किया। इस कार्यक्रम में प्रमुख अतिथियों के रूप में डॉ. एन.के. बंसल और डॉ. मुकेश जैन, वरिष्ठ हड्डी रोग विशेषज्ञ, ने शिरकत की। कार्यक्रम की अध्यक्षता योगेश चन्द्र जैन सराफ द्वारा की गई। शिविर का शुभारंभ ज्ञान के दीप प्रज्वलन के साथ हुआ, जिसे कुंज बिहारी, डॉ. ईश्वर चंद्र, मुकेश एडवोकेट, आर.पी. शर्मा, पंकज जैन, संजय जैन, और दीपक भैंसी ने मिलकर किया।
सुरेंद्र जैन की समाज सेवा की विरासत
कार्यक्रम में मंचासीन अतिथियों ने स्वर्गीय कामरेड सुरेंद्र जैन के चित्र के समक्ष भावांजलि अर्पित की और उनके जीवन को मानव सेवा के लिए समर्पित बताया। उन्होंने हमेशा दूसरों की सेवा को प्राथमिकता दी और समाज सेवा को ही अपना धर्म माना। अतिथियों ने इस शिविर को उनके जीवन के आदर्शों की संजीवनी बताया। इस शिविर में 400 से अधिक लोगों ने रक्तदान किया, जो एक बड़ी उपलब्धि है और सुरेंद्र जैन की स्मृति में उन्हें एक सच्ची श्रद्धांजलि है।
रक्तदान: जीवन बचाने का सबसे श्रेष्ठ कार्य
रक्तदान का महत्व न केवल स्वास्थ्य के लिए, बल्कि समाज के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। शिविर में वक्ताओं ने रक्तदान के फायदों पर प्रकाश डाला। रक्तदान न केवल तीन लोगों के जीवन को बचाने में सहायक होता है, बल्कि इससे रक्तदाता के स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। रक्तदान से शरीर में नए रक्त कोशिकाओं का निर्माण होता है, जिससे ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बनता है। इसके अलावा, रक्तदान से मोटापे, कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोगों के खतरे को भी कम किया जा सकता है। साथ ही, शरीर में आयरन का संतुलन बना रहता है, जो लीवर के स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है।
सामाजिक एकता और सहभागिता
इस आयोजन ने समाज के विभिन्न वर्गों को एक मंच पर लाकर सामाजिक एकता का संदेश भी दिया। शिविर में उपस्थित प्रमुख व्यक्तित्वों में राजीव जैन, संजय जैन, मुकेश जैन, प्रधानाचार्य अनुराग जैन, और कई अन्य गणमान्य लोग शामिल थे। सभी ने मिलकर इस कार्यक्रम को सफल बनाने में योगदान दिया।
इसके साथ ही, विभिन्न समाजों और समुदायों के लोग भी इस शिविर का हिस्सा बने, जिसमें मनोज आढती, जगदीश भाटिया, मुनेश जैन, नमन शशांक महलका, आशु जैन, सुनील ठेकेदार, बबलू टिकरी, तेजराज सुशील मंडी, सरदार बिल्लू, रजनीश सराय, मनोज सराफ, सुधीर मुखिया, नवीन औषधि, अनुपम आढती, मनोज महलका, सुरेंद्र घड़ी, सतेंद्र बस, हर्ष एडवोकेट, नितिन, सुशील सिलो और अन्य समाज के लोग शामिल थे।
आयोजन की सफलता के पीछे की कड़ी मेहनत
शिविर के सफल आयोजन में प्रमोद मोतला और मनोज जैन का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम का संचालन राजकुमार प्रवक्ता द्वारा किया गया, जिन्होंने इसे सफलतापूर्वक निर्देशित किया। विद्यालय के प्रबंधक राजीव जैन और मुकेश जैन ने सभी अतिथियों का माल्यार्पण कर और शाल व प्रतीक चिन्ह भेंट करके स्वागत किया।
कार्यक्रम के दौरान विद्यालय के परिवार ने विशेष योगदान दिया, जिसमें हर एक व्यक्ति ने अपनी-अपनी भूमिका निभाई। इस तरह के आयोजन न केवल समाज को रक्तदान जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के प्रति जागरूक करते हैं, बल्कि सामाजिक और मानवीय मूल्यों को भी बढ़ावा देते हैं।
रक्तदान शिविर: सामाजिक सेवा के नए आयाम
इस तरह के रक्तदान शिविर समाज में जागरूकता फैलाने और लोगों को एक दूसरे की मदद के लिए प्रेरित करने के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। रक्तदान का महत्व न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए बल्कि सामुदायिक स्वास्थ्य के लिए भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है। ऐसे शिविर सामाजिक सेवा की दिशा में एक उत्कृष्ट उदाहरण हैं और इससे यह साबित होता है कि समाज के लोग मिलकर कुछ बड़ा और सार्थक कर सकते हैं।
रक्तदान के और भी फायदे
विभिन्न चिकित्सा विशेषज्ञों के अनुसार, रक्तदान से शरीर में रक्त संचार बेहतर होता है, जिससे स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं दूर रहती हैं। साथ ही, इससे मानसिक संतुष्टि भी मिलती है, क्योंकि यह एक निस्वार्थ सेवा है। रक्तदान करने वालों को नियमित स्वास्थ्य जांच का भी लाभ मिलता है, जिससे वे अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहते हैं।
शिविर में डॉक्टरों ने बताया कि रक्तदान से दिल और लिवर के स्वास्थ्य में सुधार होता है और यह हृदय रोगों के जोखिम को कम करता है। इसके अलावा, यह कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों से भी बचाव करता है। यह शिविर न केवल रक्तदान को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया था, बल्कि इसके पीछे का उद्देश्य समाज के हर वर्ग को एक साथ लाकर सामाजिक सेवा के महत्व को समझाना भी था।
स्वर्गीय कामरेड सुरेंद्र जैन की पुण्यतिथि पर आयोजित यह विशाल रक्तदान शिविर समाज सेवा और मानवता की एक उत्कृष्ट मिसाल है। इस आयोजन ने समाज को एकजुट कर सामाजिक एकता और सेवा का संदेश दिया। रक्तदान जीवन का एक सर्वोत्तम कार्य है, जो न केवल दूसरे लोगों के जीवन को बचाता है, बल्कि रक्तदाता के स्वास्थ्य के लिए भी अत्यंत लाभकारी है।
इस आयोजन की सफलता ने यह साबित किया कि जब समाज के लोग एकजुट होते हैं, तो वे मिलकर कुछ अद्भुत और सकारात्मक कर सकते हैं। ऐसे शिविर न केवल समाज को रक्तदान के प्रति जागरूक करते हैं, बल्कि सामाजिक सहयोग और मानवता की भावना को भी प्रोत्साहित करते हैं।