खतौली। मुजफ्फरनगर।(Khatauli News) नगर के नौ जैन मंदिरों में जैन धर्म के २३वें तीर्थंकर भगवान पारसनाथ का जन्म महोत्सव समारोह भक्तों ने श्रद्धा व मांगलिक क्रियाओं के साथ मनाया। इस पावन अवसर को मनाने के लिए स्त्री पुरुष तथा बच्चे पीत तथा केसरिया वस्त्रों में मंदिरों में प्रातः काल की बेला में बड़ी संख्या में एकत्रित हुए। यह आयोजन संपूर्ण भारतवर्ष में जैन धर्म के अनुयायी भक्ति के साथ मनाते हैं।
आज के दिन भक्तगण बड़ी संख्या में बिहारी जी वहलना जी जलालाबाद अहिच्छेत्र तथा सम्मेद शिखरजी धर्म आराधना के लिए जाते हैं। सुश्रावको ने जिनेंद्र भगवान का अभिषेक पूजन करके धार्मिक विधान आयोजित किये। प्रभु पारसनाथ की स्तुति में भक्ति भजन गाए गए। भक्ति संगीत के साथ भक्ति नृत्य हुएघ्। इस पावन अवसर पर रजनी जैन प्रवक्ता ने बताया भगवान पारसनाथ का जन्म पोषवदी ग्यारस को वाराणसी में हुआ था। इनके पिता महाराज अश्वसेन तथा माता वामा देवी थी। इनका विवाह राजकुमारी प्रभावती से हुआ था।
३० वर्ष की आयु में गृहस्थ जीवन त्याग कर सत्य की खोज में निकल गए । ज्ञान की प्राप्ति के पश्चात लगभग ७० वर्ष तक धर्म का प्रसार किया। ८३ दिन तक घोर तपस्या के बाद इनको शिखरजी में ज्ञान की प्राप्ति हुई। श्रावण शुक्ल सप्तमी को सम्मेद शिखर जी में मोक्ष निर्वाण पद प्राप्त हुआ। भारत में संभवतः सबसे ज्यादा तीर्थ इनके नाम पर है। भगवान पारसनाथ का जीवन हमें समता भाव धारण करने की शिक्षा देता है।इसके अतिरिक्त धर्म स्वाध्याय प्रश्न मंच भक्ति संगीत तथा मंगल आरती के कार्यक्रम हुए। । जैन मिलन अरिहंत द्वारा चालीसा का पाठ किया गया।
आज के धार्मिक आयोजन में बबलू टीकरी अशोक शास्त्री संदीप सोनू तुषांग मुकेश सर्राफ डॉ ज्योति सुशील मंडी संजय दादरी विवेक प्रवक्ता मुकेश महलका अमित तिगाई प्रेम किराना अरुण नंगली नवीन तार संजय दादरी शैली सीमा तिगाई सुरेन्द्र घड़ी नीरज बंटी रामकुमार राकेश अंबर मृदुला अनिल सर्राफ अशोक तिगाई मुकेश एडवोकेट विपिन विनित अरिहंत कल्पेंद्र उपेंद्र राजकुमार प्रवक्ता गौरव नरेश दीपक भैसी अनुपमआढती राजीव मुखिया गौरव सर्राफ सचिन सोमिल हितेश सर्राफ कमल सराय विनय अजय प्रवक्ता बल्लू सर्राफ छवि सुमन डॉ आशा करुणा अनीता नीलिशा सुनीता रीतिका उर्मिला शालू सोनिया विभा निधि दीक्षा आंचल नैना साक्षी दर्शिता मोनिका स्वाति सुषमा दीप्ति स्नेह सहित समाज के लोग बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।