
हादसे के बाद मौके पर मौजूद पुलिस।
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उत्तर प्रदेश के आगरा में जल निगम की पानी की टंकी में बृहस्पतिवार को नाबालिग मजदूर की डूबने से मौत हो गई। वह ठेकेदार के साथ वाल्व ठीक करने का कार्य कर रहा था। घटना की जानकारी पर मृतक के परिजन पहुंच गए। मृतक के पिता ने आरोप लगाया कि विभागीय लापरवाही की वजह से हादसा हुआ।
बिना सुरक्षा उपकरण के काम कराया जा रहा था। बेटा नाबालिग था। हादसा होने पर कर्मचारी भाग गए। मामले में पुलिस जांच कर ही है। एसीपी लोहामंडी मयंक तिवारी का कहना है कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
घटना जगदीशपुरा थाना क्षेत्र के गढ़ी भदौरिया की है। यहां जल निगम ने पानी की टंकी का निर्माण कराया है। फैजाबाद की कंपनी ने निर्माण कार्य किया है। जनवरी में टंकी जल निगम संचालित कर रहा है। मगर, मेंटेनेंस कार्य की जिम्मेदारी निजी कंपनी के पास ही है।
एसीपी लोहामंडी ने बताया कि 15 दिन से टंकी के वाल्व से पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही थी। इस पर कंपनी की ओर से ठेकेदार रमेश के साथ बोदला का अजय कार्य कर रहा था। बृहस्पतिवार दोपहर को अजय वाल्व ठीक करने के बाद पानी की टंकी पर गया था।
वह टंकी में पैर फिसलने से गिर गया। किसी तरह के सुरक्षा उपकरण न होने के कारण बाहर नहीं आ सका। 4 घंटे बाद पुलिस को सूचना दी गई। थाना जगदीशपुरा पुलिस ने दमकल कर्मियों की मदद से शव को बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
पिता ने की कार्रवाई की मांग
घटना की जानकारी पर मृतक के परिजन आ गए। मृतक अजय के पिता शंकर ने बताया कि वह मूलरूप से कानपुर के रहने वाले हैं। बेटा नाबालिग था। वह मजदूरी करता था। टंकी में कार्य कराते समय सुरक्षा उपकरण नहीं दिए गए थे। इस कारण हादसा हो गया। उन्होंने कार्रवाई की मांग की। घटना से परिवार में कोहराम मच गया।
अधिकारी कर रहे जांच
जल निगम के मुताबिक, वाल्व भूतल पर ही लगा होता है। इसके लिए टंकी पर जाने की जरूरत नहीं है। मजदूर क्यों टंकी पर गया था? इसकी जांच की जा रही है। वहीं पुलिस भी सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक कर रही है।