
बंगरा. बालिका दिवस पर बच्चों ने किए सांस्कृतिक कार्यक्रम
संवाद न्यूज एजेंसी
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बंगरा. बालिका दिवस पर बच्चों ने किए सांस्कृतिक कार्यक्रम
संवाद न्यूज एजेंसी
बंगरा। वन विभाग की ओर से घुराट में श्रमिकों से काम तो करा लिया गया परंतु छह माह बीतने के बाद भी उनका पारिश्रमिक अब तक नहीं दिया गया। इससे दो दर्जन से अधिक मजदूरों के परिवार भुखमरी के कगार पर आ चुके हैं। महीनों से परेशान लोगों ने कई बाद विभागीय अधिकारियों से पारिश्रमिक दिलाने की मांग की है, लेकिन उनका दुखड़ा सुनने वाला अब तक कोई सामने नहीं आया। पीड़ित लोगों ने वन विभाग के प्रति नाराजगी जताते हुये प्रदर्शन किया एवं जल्द सुनवाई न होने पर अनशन और आंदोलन की चेतावनी दी है।
मामला क्षेत्रीय वन विभाग मऊरानीपुर के अंतर्गत विकासखंड बंगरा के प्रमुख ग्राम पंचायत घुराट (तेजपुरा) का है। रविवार को ग्राम के दो दर्जन से अधिक मजदूरों ने वन प्रहरी के साथ मिलकर बकाया मजदूरी के रुपये दिलाने के लिए प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे श्रमिकों ने बताया कि उन्होंने करीब तीन महीने पहले वन विभाग के द्वारा आए पौधों की निराई-गुड़ाई के साथ अन्य कार्य किए थे। इसमें उन्हें प्रतिदिन के हिसाब से 230 रुपये मजदूरी के मिलने थे। सभी मजदूरों ने करीब एक माह तक काम किया। काम समाप्त होने के तीन माह बाद भी मजदूरी के पैसे नहीं दिये गए। वहीं, वाचरों का भी पांच महीने से वेतन नहीं आया है। वन प्रहरी घनश्याम तिवारी ने ही अधिकारियों के आदेश पर क्षेत्रीय ग्रामीण मजदूरों को काम पर लगाया था। ऐसे में सभी मजदूर घनश्याम तिवारी से ही अपनी मजदूरी के पैसे मांगते हैं। घनश्याम तिवारी जब अधिकारियों से मजदूरों की मांग पूरी करने की आवाज उठाते हैं तो उन्हें भी बजट का अभाव बताकर बाद में आने को कहा जाता है।
वर्जन
जो भी मजदूरों का बकाया पैसा है, उसको पांच दिन के अंदर उनके खातों में बैंक के माध्यम से डाल दिया जाएगा। शासन के द्वारा बजट आने के बाद ही मजदूरों को पैसा मिलता है। जल्दी ही उनकी समस्या का समाधान कर दिया जाएगा। – कृष्ण पाल द्विवेदी, क्षेत्रीय वन अधिकारी
बंगरा. बालिका दिवस पर बच्चों ने किए सांस्कृतिक कार्यक्रम