
पीलीभीत में स्थानीय नेताओं से चुनावी चर्चा
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
तापमान के साथ पीलीभीत जिले का सियासी पारा भी चढ़ता जा रहा है। 19 अप्रैल को मतदान होना है। मतदेय स्थलों पर मतों की बारिश से पहले रविवार को अमर उजाला का चुनावी रथ ‘सत्ता का संग्राम’ जिले में पहुंचा। सबसे पहले सुबह आठ बजे कमल्ले चौराहा पर चुनाव को लेकर चाय पर चर्चा हुई। दोपहर में उपाधि महाविद्यालय में युवाओं से बात की। शाम को अशोक कॉलोनी के पार्क में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ चर्चा हुई। चर्चा के दौरान पेयजल और जलभराव का मुद्दा उठा।
बाहरी प्रत्याशियों को लेकर भाजपा और सपा के नेताओं में जमकर बहस हुई। सपा नेता ने कहा कि सांसद वरुण गांधी को सच बोलने की सजा मिली है। इस पर भाजपाइयों ने कहा कि वरुण भाजपा में थे और हमेशा रहेंगे। चर्चा में शामिल लोगों ने कहा कि धर्म के नाम पर चुनाव हो रहा है। विकास का मुद्दा गायब है। व्यापारी अभिषेक अग्रवाल ने कहा कि हम भाजपा के पक्षधर हैं, लेकिन सकारात्मक विपक्ष की भूमिका भी निभाते हैं। हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
अशोक कॉलोनी के पार्क में सपा और आम आदमी पार्टी के पदाधिकारियों ने केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला। सपा के संदीप सक्सेना ने कहा कि जिले की स्वास्थ्य सेवाओं का हाल-बदहाल है। बेरोजगारी चरम पर है। प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर लीक हो रहे हैं। पार्टी के उम्मीदवार को भी बाहरी बताया गया।
पलटवार करते हुए भाजपा के धीरेंद्र मिश्रा ने कहा कि भाजपा ने खूब विकास कराया। जिले में मेडिकल कॉलेज बन रहा है। कहा कि विपक्षी पार्टियों के पास न नेता है और न ही कोई नीति। लक्ष्मीकांत शर्मा ने समस्याओं का जिक्र करते हुए कहा कि यहां शुद्ध पेयजल नहीं मिल रहा। सप्लाई में गंदा पानी आता है, जो कई नुकसान पहुंचा रहा है।