
जयंत चौधरी और अखिलेश यादव।
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जयंत चौधरी का एनडीए में जाना निश्चित हो गया है। जयंत अभी तक इंडिया गठबंधन का हिस्सा थे। सपा के साथ उनकी सीटों की भी घोषणा हो गई थी। अब जयंत के पाला बदलने से अखिलेश खेमा सकते में है। अभी तक सपा के नेता इस बात को खारिज कर रहे थे कि जयंत एनडीए में जा सकते हैं। अब इस मुद्दे पर अखिलेश यादव ने चुप्पी तोड़ी है। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि इधर उनसे (जयंत चौधरी से) बात नहीं हुई हैं। जो बातें होनी हैं, वो सब अखबारों में छप रही हैं। सबकुछ सामने ही है।
हल्द्वानी में भाजपा सरकार की विफलता से भड़की हिंसा
अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार और प्रशासन की विफलता से हिंसा भड़की है। हल्द्वानी में जनता के साथ सरकार अन्याय कर रही है। हिंसा में हुई लोगों की मृत्यु हृदयविदारक है। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द ही हिंसा पर काबू करे। पीड़ितों को मुआवजा देने की भी उन्होंने मांग की।
चुनावी मजबूरी में दिया गया भारत रत्न: स्वामी प्रसाद
सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने शुक्रवार को एक्स पर बयान में कहा है कि चुनावी मजबूरी के चलते भारत रत्न देना जरूरी हो गया है। मौर्य ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, कृषि वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन व पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किए जाने का निर्णय सर्वथा उचित है। भले ही 2024 की चुनावी मजबूरी में दिया गया हो, पर वह उसका स्वागत करते हैं। अगर योग्यता, गरिमा व व्यक्तित्व के आधार पर ही सम्मान देना था तो इसके पहले भी भाजपा की चार बार की सरकार में क्यों नहीं दिया गया। चुनावी चलाचली की बेला में क्यों।
