Lok Sabha Elections: Now rebellion against ST Hasan ticket, Javed Ali said - Moradabad is no longer under Ramp

सपा सांसद एसटी हसन के साथ अखिलेश यादव।
– फोटो : सोशल मीडिया

विस्तार


सीतापुर की जेल में बंद पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां मुरादाबाद में मौजूदा सांसद एसटी हसन का टिकट कटवाने में कामयाब रहे। वहां आजम की खास मानी जाने वाली रुचि वीरा सपा की अधिकृत प्रत्याशी होंगी। लेकिन, सपा नेतृत्व ने रामपुर में उनकी नहीं सुनी और मोहिबुल्लाह नदवी को मैदान में उतार दिया। नदवी दिल्ली की पार्लियामेंट स्ट्रीट जामा मस्जिद के इमाम हैं। वे मूल रूप से रामपुर के ही रहने वाले हैं। वहीं, रामपुर के सपा जिलाध्यक्ष अजय सागर का कहना है कि हमे आजम खां ने नदवी के बजाय आसिम रजा को चुनाव लड़ाने के निर्देश दिए हैं। आसिम रजा ने भी मंगलवार को निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर पर्चा दाखिल किया है।

मुरादाबाद से एसटी हसन का टिकट कटने पर सपा में बगावत जैसे हालात हो गए हैं। सपा के राज्यसभा सांसद जावेद अली खान ने एक्स के जरिये इशारों ही इशारों में आजम खां के दबाव में यह टिकट काटे जाने की आलोचना की है। उन्होंने लिखा है, ”नवाबों के दौर में भी मुरादाबाद कभी रामपुर के अधीन नहीं रहा, पर अब है!” उनके बयान में पार्टी में मतलब निकाले जा रहे हैं। साफ एक सपा में एक धड़ा एसटी हसन का टिकट कटने से नाखुश है। 

आसिम रजा ने भरा पर्चा 

रामपुर में सपा के टिकट पर पिछला उपचुनाव लड़ चुके आसिम रजा ने भी मंगलवार को पर्चा भरा। अजय सागर का कहना है कि सपा के स्थानीय कार्यकर्ता आसिम रजा को ही चुनाव लड़ाएंगे। यहां बता दें कि उपचुनाव में आसिम रजा को आजम के कहने पर ही टिकट दिया गया था। रामपुर से सपा का नदवी को उतारना आजम के लिए झटका माना जा रहा है, क्योंकि वे आजम की पंसद नहीं हैं। 

रार और बढ़ने की उम्मीद

सपा के रामपुर लोकसभा सीट से मोहिबुल्लाह नदवी को उतारने से पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच रार बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि, सपा ने डैमेज कंट्रोल शुरू करने के प्रयास तेज कर दिए हैं। सूत्र बताते हैं कि शीघ्र ही आजम खां को मनाने सपा महासचिव शिवपाल यादव सीतापुर जेल जाएंगे। वहीं, मुरादाबाद के प्रत्याशी को लेकर कन्फ्यूजन दूर हो गया है। इस सीट पर मंगलवार को मौजूदा सांसद एसटी हसन और बुधवार को पूर्व विधायक रुचि वीरा ने सपा के सिंबल के साथ नामांकन कराया था। हालांकि, बुधवार को एसटी हसन ने अपना पर्चा वापस लेने की बात कहकर रुचि वीरा का रास्ता साफ कर दिया।

 



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *