
प्रतीकात्मक तस्वीर
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उत्तर प्रदेश में 12.32 लाख युवाओं ने मतदाता बनने के लिए अग्रिम आवेदन किया है। भारत निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव-2024 में मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए युवाओं पर खास ध्यान दिया है। महाविद्यालयों में जाकर मतदाता बनाने का प्रयोग बेहद सफल साबित माना जा रहा है।
आयोग ने अधिक से अधिक मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में शामिल करने के लिए 403 सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी महाविद्यालयों में नियुक्त किए थे। मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में 18-19 वर्ष की आयु के 15.57 लाख मतदाताओं के नाम शामिल किए गए हैं। वहीं 20-29 वर्ष की आयु के 29.73 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में जोड़े गए हैं।
आयोग ने एक अप्रैल, एक जुलाई और एक अक्तूबर 2024 को 18 वर्ष की आयु पूरी करने वाले युवाओं को मतदाता सूची में नाम शामिल कराने के लिए अग्रिम आवेदन का मौका दिया था। सीईओ दफ्तर के सूत्रों के मुताबिक 12.32 लाख युवाओं ने मतदाता बनने के लिए अग्रिम आवेदन किया है।
बढ़ रहा है मतदाताओं का लिंगानुपात
प्रदेश में मतदाताओं में लिंगानुपात में लगातार वृद्धि अच्छा संकेत हैं। 2014 में मतदाताओं का लिंगानुपात 824 था (एक हजार पुरुष मतदाताओं के सापेक्ष 824 महिला मतदाता।) 2019 में यह बढ़कर 848 हुआ और 2024 में यह 878 पहुंच गया है। प्रदेश के 90 विधानसभा क्षेत्र में लिंगानुपात 900 से भी अधिक है। प्रदेश में गत दिनों मतदाता सूची पुनरीक्षण अभियान में 21.24 लाख नई महिला मतदाताओं के नाम मतदाता सूची में जोड़े गए हैं। 18-19 वर्ष की 7.26 लाख युवतियां भी मतदाता हैं।
प्रत्येक बूथ पर 944 मतदाता
प्रदेश में 1,62,012 मतदान केंद्र हैं। इनमें से 38,959 शहरी और 1,23,053 मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। औसतन प्रत्येक बूथ पर 944 मतदाता हैं। 82 हजार बूथों पर वेब कास्टिंग की व्यवस्था है। 1970 मतदान केंद्र ही आदर्श हैं। मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा की ओर से भारत निर्वाचन आयोग के सामने दिए गए प्रस्तुतीकरण में सभी मतदान केंद्रों को सुगम, सहज और सुरक्षित बनाने का भरोसा दिलाया गया है। मतदान केंद्र पर शौचालय, पीने के पानी, मतदान अभिकर्ता, दिव्यांगों के लिए रैंप, पर्याप्त रोशनी, हेल्प डेस्क, संकेतक आदि के साथ सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने का भरोसा दिलाया है।