
अफरातफरी और दहशत…। चांदी गलाने के कारखाने में विस्फोट के बाद किनारी बाजार में यही हालात थे। दूसरी मंजिल से आग की लपटों के साथ धुआं भूतल तक आया। आते-जाते लोग झुलस गए। कारखाने की खिड़कियों पर लगे शीशे टूटकर कुछ लोगों को लगे, जिससे वो घायल हो गए। एक युवक स्कूटर से गिर पड़ा। एक व्यापारी के हाथ-पैर के साथ बाल जल गए। कुछ ही देर में पूरा बाजार बंद हो गया। व्यापारियों का कहना था कि वो भूकंप समझकर दहशत में आ गए थे।
कमला नगर निवासी राहुल गुप्ता की आरएस ज्वैलर्स के नाम से दुकान है। उन्होंने बताया कि दोपहर 2:35 बजे वह दुकान से निकलकर लघुशंका करने गए थे। एक मिनट बाद ही वापस आ रहे थे। तभी चांदी कारखाने में तेज धमाका हुआ। आग की लपटों से वह घिर गए। समझ नहीं पाए कि आखिर क्या हुआ? वह भागते हुए अपनी दुकान पर आए।

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Cylinder exploded in agra market
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
उनके बाल और कपड़े जल रहे थे। सिर पर पानी डाला, आग बुझाई। बाहर आकर देखा तो चारों तरफ धुआं उठ रहा था। वह घबरा गए। विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि दुकान के शीशे टूट गए थे। दो कर्मचारी दहशत में आकर बाहर की तरफ भाग गए थे। जलने की वजह से वह दर्द से कराह रहे थे। कर्मचारियों ने उनको प्राथमिक उपचार दिलाया।

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– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
स्कूटर छोड़कर भागा युवक
घटना के बाद सीसीटीवी फुटेज वायरल हो रहे हैं। एक में नजर आ रहा है कि साइकिल और स्कूटर सवार सहित बड़ी संख्या में पैदल लोग निकल रहे थे। तभी धमाका होता है। इससे स्कूटर को छोड़कर उस पर बैठा युवक भाग जाता है। वहीं दो युवक झुलस जाते हैं। वह भागते हुए घटनास्थल से दूर चले जाते हैं। बाजार में अफरातफरी मच जाती है। इसके बाद आसपास की दुकानों के शटर गिरने लगते हैं। धमाके के साथ दुकानों के बोर्ड आदि भी टूटकर दूर गिरते हैं।

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– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
दूसरा सीसीटीवी फुटेज एक गली के अंदर का है। इसमें विस्फोट के साथ लपटें साफ नजर आ रही हैं। हादसे के बाद लोग भागने लगते हैं। झुलसे हुए एक युवक पर लोग पानी डालकर आग बुझाते हैं।

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– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
15 मिनट तक दूर खड़े रहे
चाैबेजी का फाटक में बंसल पायल के नाम से व्यापार करने वाले रिंकू बंसल ने बताया कि वह दो ग्राहकों को जेवरात दिखा रहे थे। 4 से 5 कर्मचारी भी थे। तभी तेज धमाके से दहल गए। ऐसा लगा कि भूकंप आ गया है। वह बाहर की तरफ आए। चारों तरफ धुआं ही धुआं नजर आ रहा था। चीखपुकार की आवाज सुनाई दे रही थी। वह घबरा गए। दूर जाकर खड़े हो गए। वह 15 मिनट तक कारखाने के पास जाने की हिम्मत नहीं कर सके।