राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स और नार्थ इंडिया काउंसिल द्वारा ‘इंडो-यूएस बिजनेस समिट’ विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद और विशिष्ट अतिथि के रूप में अपर मुख्य सचिव आलोक कुमार शामिल हुए।
इस मौके पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह, प्रमुख सचिव आईटी एंड इलेक्ट्रॉनिक अनुराग यादव, प्रेसिडेंट एंड नेशनल हेड एसबीआई फंड्स मैनेजमेंट लिमिटेड अमित गुप्ता मौजूद रहे।
इस दौरान राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि कृषि भूमि लगातार घटती जा रही है। आज जरूरत है किसान को कम लागत में अधिक मूल्य मिले, तभी हम श्रेष्ठ भारत का निर्माण कर सकते हैं। हमारा प्रयास है कि कम क्षेत्रफल में अधिक से अधिक उपज हो तथा किसानों को अधिक से अधिक मूल्य मिले। फूलों की खेती, दाल, मसाले, फल आदि की खेती को बढ़ावा दे रहे हैं। परंपरागत खेती से आगे बढ़कर सोचना होगा।
केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने कहा कि समिट का उद्देश्य उद्योग जगत से जुड़ी चीजों की पूर्ति करना है। उत्तर प्रदेश ब्रांड इंडिया बनकर उभरा है। भारत के लिए आने वाले अगले 10 वर्ष निर्णायक हैं। हम एक ट्रिलियन इकोनामी के लिए प्रयास कर रहे हैं। पहले इन्वेस्टमेंट एनवायरमेंट नहीं था। अब यूपी ग्रोथ इंजन के रूप में उभरा है। इंडो अमेरिकन ऑफ कॉमर्स ने जो पहल की है और देश में फ्री ट्रेड एग्रीमेंट हो रहा है। आने वाले समय में यह बहुत महत्वपूर्ण होगा।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि आबादी के लिहाज से उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा राज्य होने के नाते निवेश के लिए सर्वोत्तम है। प्राकृतिक संसाधनों से भरा हुआ है। यहां किसी चीज का कोई अभाव नहीं है। पहले सरकारी संसाधनों पर कुछ लोगों का अधिकार रहता था। कानून व्यवस्था बुरी तरह से ध्वस्त थी। उत्तर प्रदेश ने हर क्षेत्र में पिछले 8 वर्षों में प्रगति की है। इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर हुआ है।
डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि प्रदेश के 75 जिलों को फोर लेन से जोड़ा गया है। आज सभी जिलों को निर्बाध बिजली मिल रही है। नकल माफिया को पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है। आज मेधा के आधार पर लोगों को नौकरी मिल रही है। अपराधियों के हौसले पस्त हैं। ओडीओपी के माध्यम से औद्योगिक क्रांति आई है। दुनिया की सर्वश्रेष्ठ ब्रह्मोस मिसाइल लखनऊ में बन रही है। हमारे उत्पाद गुणवत्तापरक हैं। हमारी प्रतिभा दुनिया को लोहा मनवा रही है।
