राजधानी लखनऊ में शुक्रवार को पुलिस ने ईरानी गिरोह के चार बदमाशों को ग्वारी पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया। इन्होंने गोमतीनगर थाना क्षेत्र के पत्रकारपुरम स्थित मिया बाई तनिष्क शोरूम से बृहस्पतिवार को हीरे के दो कड़े पार किए थे। इनके पास से हीरे जड़ित सोने के चार कड़े बरामद हुए हैं।
इंस्पेक्टर ब्रजेश चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि पकड़े गए बदमाश महाराष्ट्र को ठाणे निवासी बदर कुमार, मध्यप्रदेश के बड़वानी का शालुम चिंचोंकर, रायगढ़ निवासी पांडुरंगा और महाराष्ट्र के रायगढ़ का रहने वाला मंगेश भाऊ है। गिरोह के अन्य बदमाशों की तलाश की जा रही है।
इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ तनिष्क शोरूम के डायरेक्टर सुशील कुमार तिवारी ने 11 दिसंबर को रिपोर्ट दर्ज कराई थी। कड़ों की कीमत 6.61 लाख रुपये है। मामले की जांच के लिए पुलिस की तीन टीमें गठित की गईं। शोरूम के बाहर सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखने पर पता चला कि आरोपी ऑटो से आए और गए भी थे। ऑटो नंबर और फुटेज के सहारे आरोपियों को गिरफ्तार किया गया।
बहराइच, बस्ती, गोंडा और अयोध्या में भी की थी वारदात
इंस्पेक्टर के मुताबिक आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे नौ दिसंबर को लखनऊ पहुंचने पर गोमतीनगर स्थित होटल में रुके। 10 दिसंबर को तनिष्क शोरूम में ग्राहक बनकर पहुंचे और रेकी की थी। इससे पहले उन्होंने बहराइच, बस्ती, गोंडा और अयोध्या में भी ज्वेलरी शोरूम से जेवर चुराए थे।
शक न हो इसलिए दो-दो के जोड़े में जाते थे आरोपी
आरोपियों ने बताया कि किसी को उन पर शक न हो इसलिए वे दो-दो के जोड़े में शोरूम में जाते थे। ताकि स्टाफ उन्हें ग्राहक समझ कर व्यस्त हो जाए और जिसे पहले मौका मिले वह आभूषण पार कर दे। वारदात के बाद वे तुरंत शहर छोड़ देते थे।
पूरे देश में फैला ईरानी गिरोह का नेटवर्क
जानकारी के मुताबिक ईरानी गिरोह का देशभर में नेटवर्क फैला हुआ। गिरोह के लोग पुलिसकर्मी बन टप्पेबाजी, जहरखुरानी और चोरी जैसी कई वारदातों को अंजाम दे चुके हैं। विभिन्न राज्यों की पुलिस गिरोह के कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। खास बात यह कि गिरोह के ज्यादातर बदमाश महाराष्ट्र के निवासी हैं।
