केजीएमयू में धर्मांतरण के प्रयास का मामला बढ़ता जा रहा है। सोमवार को कुलपति के निर्देश पर इसे विशाखा कमेटी को सौंप दिया गया। कमेटी ने जांच शुरू कर दी है। प्रारंभ में पीड़ित रेजिडेंट डॉक्टर और आरोपी पुरुष रेजिडेंट डॉक्टर के बयान दर्ज किए गए। इस दौरान आरोपी डॉक्टर ने खुद को कुंवारा बताया, तो कमेटी ने उससे कुंवारे होने के सबूत मांगे हैं। वहीं, मंगलवार को उसे निलंबित कर दिया गया है। साथ ही मुकदमा दर्ज कराया गया है।
जांच का जिम्मा मिलने के बाद विशाखा कमेटी ने पहले पीड़िता और आरोपी डॉक्टर को कई बार फोन किया, संपर्क नहीं हो सका, जिसके बाद दोनों को व्हाट्सएप के जरिये लिखित सूचना भेजी गई। इसके बाद दोनों से संपर्क हो पाया। इस दौरान आरोपी रेजिडेंट ने बीमारी का हवाला देकर छुट्टी मांगी, लेकिन विभागाध्यक्ष ने छुट्टी देने से इन्कार कर दिया।
