पंचायत चुनाव के मद्देनजर मतदाता पुनरीक्षण अभियान के तहत प्रदेश में 1,81,96,367 नए मतदाताओं को जोड़ा गया। 1,41,76,809 अयोग्य मतदाताओं के नाम काटे गए। पुनरीक्षण के बाद पिछली मतदाता सूची की अपेक्षा नई में 40 लाख 19 हजार 558 मतदाताओं की बढ़ोतरी (3.269 फीसदी) हुई है। यह जानकारी बृहस्पतिवार को प्रेसवार्ता में राज्य निर्वाचन आयुक्त आरपी सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि पुनरीक्षण के पहले प्रदेश में पंचायत चुनाव के कुल मतदाता 12,29,50,052 थे। ये संख्या अब 12,69,69,610 हो गई है। जो मतदाता जोड़े गए, जिनके नाम हटाए गए या फिर कोई अपडेट किया गया है, वह पूरा काम ई-बीएलओ एप के माध्यम से हुआ है। जो नाम काटे गए उनमें मृत, विस्थापित व डुप्लीकेट मतदाताओं के नाम शामिल हैं। जिन मतदाताओं के नाम हटाये गए, उनमें सबसे अधिक 53,67,410 डुप्लीकेट मतदाता शामिल थे।
1.5 करोड़ युवा वोटर बने
आंकड़ों के मुताबिक 18 से 23 वर्ष के ऐसे लोग जो पहली बार वोटर बने उनकी संख्या एक लाख पांच हजार रही। इसमें 18 वर्ष वाले 15.71 लाख वोटर शामिल हैं। निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि पुनरीक्षण के दौरान नए वोटरों को जोड़ने को प्राथमिकता दी गई। ये भी सुनिश्चित किया गया कि कोई भी अयोग्य वोटर सूची में न रहे। तराई के जिलोंं में सबसे अधिक मतदाता बढ़े हैं।
आपत्ति का मिलेगा मौका
निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि मतदाता सूची को 23 दिसंबर को प्रकाशित किया जाएगा। जिन मतदाताओं को किसी भी तरह कोई आपत्ति है या जिनको लगता है कि वह योग्य हैं फिर नाम कट गया है, उनको आपत्ति दर्ज करने का मौका दिया जाएगा। अगर आपत्ति दर्ज कराने वाले की बात तथ्यात्मक रूप से सही पायी जाती है तो उनका नाम जोड़ा जाएगा अन्यथा कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। आपत्ति की समयावधि पूरी होने के बाद 6 फरवरी को अंतिम सूची प्रकाशित की जाएगी।
