A oxygen cylinder blasts near bala ganj chauraha in lucknow.

फटा हुआ सिलेंडर व मौके पर मौजूद कर्मचारी।
– फोटो : amar ujala

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लखनऊ में बालागंज चौराहे के पास जेपीएस चिल्ड्रेन हॉस्पिटल के बाहर बृहस्पतिवार दोपहर ऑक्सीजन भरे सिलिंडर में ब्लास्ट हो गया। हादसे में डाला चालक और गैस एजेंसी के कर्मचारी के चिथड़े उड़ गए। एक का हाथ धड़ से अलग हो गया। पैर, पंजा और अंगुलियां कटकर अलग हो गईं। हादसा इतना विभत्स था कि हर कोई दहल गया। दिल-दिमाग सन्न रह गया। पुलिस ने मेडिकल टीम की मदद से किसी तरह से दोनों को ट्रामा में भर्ती कराया। जहां पर चालक की मौत हो गई। कर्मचारी का इलाज जारी है। उसकी हालत बेहद नाजुक है।

न्यू फरीदीपुर में संजय श्रीवास्तव की एलाइड इंटरप्राइजेज के नाम से ऑक्सीजन प्लांट है। पुलिस के मुताबिक इस प्लांट से जेपीएस हॉस्पिटल को ऑक्सीजन सिलिंडर सप्लाई किए जाते हैं। बृहस्पतिवार दोपहर करीब एक बजे कंपनी के चालक फत्तेपुर मवई रहीमाबाद निवासी आरिफ (30) और कर्मचारी शोभित पटेल सिलिंडर लेकर अस्पताल पहुंचाने के लिए निकले थे। अस्पताल के गेट के बाहर डाला खड़ा कर दिया। इसी दौरान दोनों सिलिंडर उतार रहे थे। तभी उतारते वक्त एक सिलिंडर गिरा और तेज धमाके के साथ फट गया। आरिफ और शोभित गंभीर रूप से घायल होकर सड़क पर जा गिरे। दोनों को बेजान हालात में ट्रामा में भर्ती कराया गया। चंद मिनट बाद आरिफ की मौत हो गई। शोभित की हालत गंभीर बनी हुई है। उसका आईसीयू में इलाज चल रहा है। शोभित मूलरूप से हरदोई के बालामऊ रहने वाला है। वह काकोरी के नरैना गांव में अपनी बहन रश्मि के यहां रह रहा है।

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पलक झपकते हादसा…15-20 फीट उछल गए दोनों

अस्पताल के बाहर डाला खड़ा करने के बाद आरिफ और शोभित दोनों पीछे जाकर डाला का गेट खोला। एक सिलिंडर निकालकर भीतर पहुंचाया। जब वह दूसरा सिलिंडर ले जाने के लिए डाला से उठाया तो वह हाथ से छूट गया और नीचे गिर गया। गिरते ही ब्लास्ट हो गया। आरिफ और शोभित 15-20 फीट ऊपर तक उछल गए और फिर जमीन पर गिरे। दोनों के शरीर का निचला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिगस्त हो गया। आरिफ का एक हाथ भी धड़ से अलग हो गया। खून इतना बहा कि पास सड़क किनारे भरा पानी खून से लाल हो गया।

गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गईं, दहशत फैली, शीशे टूटे

हादसे के वक्त वहां से गुजर रही एक सेंट्रो कार के ऊपर सिलिंडर का एक हिस्सा गिर गया। जिसस कार क्षतिग्रस्त हो गई। एक दूसरी कार पास में खड़ी थी उसके शीशे टूट गए। यही नहीं अस्पताल का बोर्ड और खिड़कियों के भी शीशे टूट गए। धमाका इतना जोरदार था कि सैकड़ों लोग जुट गए। कुछ देर तक लोगों को समझ ही नहीं आ रहा था कि आखिर हुआ क्या है। वह कोई बड़ी वारदात समझ रहे थे। मगर कुछ देर बाद साफ हुआ कि ऑक्सीजन सिलिंडर में धमाका हुआ है।

आखिर ब्लास्ट की वजह क्या है

अस्पताल में रोजाना करीब एक दर्जन ऑक्सीजन सिलिंडर डिलीवर किए जाते थे। करीब इतने ही सिलिंडर बृहस्पतिवार को भी लाए गए। सवाल है कि आखिर सिलिंडर फट कैसे गया। शुरुआती जांच के बाद अंदेशा है कि सिलिंडर कमजोर था और उसमें क्षमता से अधिक ऑक्सीजन भर दी गई। वहीं जमीन पर वह तेजी से गिरा। जिसकी वजह से हादसा हुआ। पुलिस हर एक पहलू पर जांच कर रही है। डीसीपी पश्चिम राहुल राज ने बताया कि मामले की तफ्तीश कर ब्लास्ट की असल वजह पता करने का प्रयास किया जा रहा है।



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