
संजय शेरपुरिया।
– फोटो : amar ujala
विस्तार
जालसाज संजय राय शेरपुरिया बीते लोकसभा और विधानसभा चुनाव में नेताओं को टिकट दिलाने का झांसा दे रहा था। शेरपुरिया के इस फजीवाड़े की प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पड़ताल शुरू कर दी है। सूत्रों की मानें तो नई दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय की चार सदस्यीय टीम ने लखनऊ आकर शेरपुरिया के संपर्क में रहने वाले नेताओं और अफसरों के बारे में भी छानबीन करना शुरू कर दिया है। टीम जल्द ही एसटीएफ मुख्यालय भी जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक शेरपुरिया के दिल्ली के राइडिंग क्लब के ऑफिस में छापे के दौरान तमाम नेताओं के पोर्टफोलिया भी मिले थे। इनमें से अधिकतर नेता पूर्वांचल के हैं। आशंका जताई जा रही है कि बीते लोकसभा और विधानसभा चुनाव में शेरपुरिया ने टिकट दिलाने का झांसा देकर मोटी रकम ली है। इसी वजह से इस मामले को भी ईडी ने अपनी जांच में शामिल किया है।
लखनऊ में डेरा डाल चुकी ईडी की टीम पोर्टफोलियो वाले नेताओं को पूछताछ के लिए तलब करने की तैयारी में है। वहीं दूसरी ओर टीम जल्द ही एसटीएफ मुख्यालय जाकर शेरपुरिया के खिलाफ दर्ज मुकदमे की केस डायरी का अध्ययन भी करेगी। साथ ही, विभूति खंड पुलिस द्वारा जुटाए गये सुबूतों और दस्तावेजों का ब्याेरा भी जुटाएगी।
रिमांड पर लेने की भी कवायद
शेरपुरिया को मनी लांड्रिंग के केस में रिमांड पर लेने के लिए भी ईडी ने कवायद शुरू कर दी है। उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें तो शेरपुरिया से अभी ईडी ने पूछताछ नहीं की है। उसके ठिकानों से बरामद सुबूतों के बारे में छानबीन के लिए रिमांड पर लेना जरूरी है। इसी वजह से शेरपुरिया और उसके साथी कासिफ को रिमांड पर लेने के लिए अदालत से अनुरोध किया जाएगा।