Lucknow: The attitude of the leadership of both the parties is soft, SP-Congress can fight together in MP

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव व कांग्रेस नेता राहुल गांधी।
– फोटो : अमर उजाला

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मध्य प्रदेश में सीटों के मुद्दे पर पैदा हुई कांग्रेस और सपा के बीच रार खत्म होने के आसार बन रहे हैं। दोनों पार्टियों के शीर्ष नेतृत्व के आपस में बातचीत के बाद इसके स्पष्ट संकेत मिले हैं। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी रविवार को मध्य प्रदेश के अपने पार्टी पदाधिकारियों के साथ सीटवार तैयारियों का जायजा लिया। माना जा रहा है कि कांग्रेस और सपा के मिलकर चुनाव लड़ने के बाबत आधिकारिक घोषणा अगले एक-दो दिन में हो सकती है।

मध्य प्रदेश में सपा और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर काफी समय से वार्ता चल रही थी। शुरुआती बातचीत इंडिया गठबंधन में सपा के प्रतिनिधि जावेद अली खान ने की। इसके बाद साझेदारी पर बातचीत की कमान सपा की ओर से प्रो. रामगोपाल यादव और कांग्रेस की ओर से रणदीप सुरजेवाला ने संभाली। दोनों के बीच कई राउंड बातचीत हुई। सपा नेतृत्व को बताया गया कि नवरात्र में कांग्रेस की ओर से आने वाली पहली सूची में ही सपा प्रत्याशियों के नाम भी होंगे। सपा का कहना है कि गठबंधन के तहत छह सीटें उसे देने की बात हुई थी। हालांकि, सपा ने दो सीटें और मांगी थीं।

लेकिन, पहली सूची में सपा प्रत्याशियों के नाम घोषित न किए जाने पर दोनों ओर से तल्खियां बढ़ती गईं। एक-दूसरे के नेताओं के खिलाफ स्तरहीन आपत्तिजनक बयान तक दिए गए। इसी दौरान बताते हैं कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और अखिलेश यादव एक-दूसरे के संपर्क में आए। इसके बाद अखिलेश ने भी कहा कि कांग्रेस नेतृत्व कोई बात कहेगा, तो उन्हें माननी ही पड़ेगी। सूत्र बताते हैं कि इस संपर्क के दौरान ही तय हो गया था कि सीटों को लेकर सपा के साथ जो बात हुई थी, उसका पालन होगा। लेकिन, पहले डैमेज कंट्रोल कर लिया जाए।

सपा मुख्यालय पर रविवार को हुई मध्य प्रदेश के पदाधिकारियों के साथ बैठक में भी कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के संकेत दिए गए। अखिलेश यादव ने यह समीक्षा भी की कि कौन प्रत्याशी जिताऊ स्तिथि में है और कहां ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है। सपा मध्य प्रदेश में कुल 33 प्रत्याशियों की सूची जारी कर चुकी है। गठबंधन के तहत चुनाव लड़ने के बारे में सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी से संपर्क किए जाने पर उन्होंने कहा कि सपा की लड़ने वाली सीटें घट-बढ़ सकती हैं, लेकिन पूरी स्थिति वह सोमवार को ही स्पष्ट करने की स्थिति में होंगे।



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