
प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो : amar ujala
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जेल वार्डर भर्ती परीक्षा में एक अभ्यर्थी ने अपनी जगह पर सॉल्वर बिठाकर परीक्षा पास कर ली। उसका चयन भी हो गया। जब ज्वाइनिंग हुई तो उसका बायामैट्रिक डाटा मिस मैच हुआ। फोरेंसिक जांच कराई गई तो पता चला कि परीक्षा देने वाला शख्स कोई और था। इसी आधार पर भर्ती बोर्ड के एएसपी ने अभ्यर्थी व एक अन्य अज्ञात पर एफआईआर दर्ज कराई है।
2021 में जेल वार्डर के पदों पर भर्ती हुई थी। एक जुलाई 2021 को जरैला अकबरपुर कुतुबपुर, फिरोजाबाद निवासी साहिब सिंह नाम का अभ्यर्थी इसमें चयनित हुआ था। 27 मार्च 2023 को जब वह ज्वाइनिंग करने पहुंचा तो उसका बायामैट्रिक डाटा कैप्चर किया गया। इस डाटा को परीक्षा के दौरान लिए गए बायामैट्रिक डाटा से मिलान कराया गया। जो नहीं हो सका।
यहीं से उस पर शक हो गया। पुलिस के मुताबिक भर्ती बोर्ड ने दोनों बायोमैट्रिक डाटा की फोरेंसिक जांच कराई। जिसमें साफ हुआ कि ये डाटा दो शख्स का है। तब भर्ती बोर्ड के एएसपी आलोक कुमार जायसवाल ने साहिब सिंह व एक अन्य पर धोखाधड़ी, जालसाजी, कूटरचित दस्तावेज तैयार कर इस्तेमाल करने की धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई।
जब खुला राज, तो नौकरी न करने की कही बात
आरोपी साहिब सिंह को पता चल चुका था कि उसका खेल पकड़ में आ चुका है। इसलिए जब बयानों के लिए उसको कई बार नोटिस भेजी गई तो वह नहीं पहुंचा। संबंधित जिला पुलिस से संपर्क कर उसके घर टीम भेजी गई। तब उसका कहना था कि उसका चयन तो हुआ था लेकिन अब वह नौकरी नहीं करना चाहता। वह ये हरकत कर बचने का प्रयास करता रहा। चूंकि उसके खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य हैं। स्पष्ट है कि उसने अपनी जगह पर सॉल्वर से परीक्षा दिलाई। इसलिए उस पर केस दर्ज किया गया है।