Lucknow: As soon as transfer instructions were issued, teachers started wandering to find a match.

– फोटो : amar ujala

विस्तार


उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों के जिले के अंदर परस्पर तबादले का दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया है। इसके साथ ही शिक्षकों ने जोड़ा (पेयर) बनाने के लिए दूसरे शिक्षकों की खोज भी शुरू कर दी है। विभाग स्तर पर इसके लिए कोई व्यवस्था न करने से उन्हें जोड़ा खोजने के लिए अच्छी-खासी मशक्कत करनी पड़ती है।

Trending Videos

शिक्षकों का कहना है कि जोड़ा बनाने के लिए उन्हें काफी परेशान होना पड़ता है। वहीं कई बार इसे लेकर मोल-भाव भी करना पड़ता है। क्योंकि विभाग के स्तर पर ऐसी कोई व्यवस्था नहीं होती है कि उन्हें यह जानकारी मिल जाए कि दूसरे कौन शिक्षक तबादले के इच्छुक या आवेदक हैं। जबकि एक से दूसरे जिले में परस्पर तबादले के लिए शिक्षक अपने नाम, मोबाइल नंबर व स्कूल दर्ज करते हैं।

पेयरिंग के लिए जब वेबसाइट खुलती है तो आवेदक को भी दिखती है। ऐसे में बेसिक शिक्षा विभाग अपने पोर्टल पर ही ऐसी व्यवस्था करे कि जिले के अंदर भी परस्पर तबादले के इच्छुक शिक्षकों की जानकारी ऑनलाइन मिले। ऐसा करने से शिक्षकों को इस मशक्कत से राहत मिल सकती है। वहीं शिक्षक संगठन भी इसके लिए पहल कर सकते हैं। ऐसा करने से शिक्षकों को मानसिक व आर्थिक दोनों तरह की परेशानियों से राहत मिल सकती है।

शिक्षकों का विवरण 10 तक करें अपडेट

बेसिक शिक्षा विभाग ने भी परस्पर तबादले की तैयारी तेज कर दी है। बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेंद्र तिवारी ने सभी बीएसए को निर्देश दिया है कि शिक्षकों के नाम, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर, नियुक्ति तिथि आदि के विवरण 10 जनवरी तक अपडेट करें। उन्होंने कहा है कि परस्पर तबादले की प्रक्रिया व समय सारिणी जल्द ही अलग से जारी की जाएगी।

बेसिक शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. एमकेएम सुंदरम ने कहा कि इस बार तबादले से जुड़ी प्रक्रिया शुरू हो गई है, इसके लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए जा चुके हैं। हमारा प्रयास होगा कि अगली बार पेयरिंग से जुड़ी जानकारी भी ऑनलाइन उपलब्ध हो, इसकी अलग से व्यवस्था की जाएगी।

उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा ने कहा कि हम संगठन के स्तर पर जिला व ब्लॉक स्तर पर शिक्षकों को तबादले के इच्छुक शिक्षकों की जानकारी देते हैं। विभाग को भी तबादला पोर्टल पर या बीएसए स्तर पर इस तरह की व्यवस्था करनी चाहिए कि शिक्षकों को भटकना न पड़े।



Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *