Lucknow Breaking: The network of forgery in madrasa has spread from the border area of Nepal to Varanasi

सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला

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मदरसों में नियुक्ति के नाम पर लाखों की वसूली करने वाले जालसाजों का गिरोह भारत-नेपाल के सीमावर्ती तराई बेल्ट से लेकर भोजपुरी इलाके तक फैला है। इस गिरोह के सदस्य गोंडा, बलरमापुर, श्रावस्ती, अयोध्या, अंबेडकर नगर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, मऊ, आजमगढ़, गाजीपुर व वाराणसी मंडल में सक्रिय हैं। गिरोह को मदरसे के शिक्षक, प्रबंधक, प्रबंध समिति के सदस्य और अल्पसंख्यक विभाग के बाबू मिलकर चला रहे हैं।

प्रदेश सरकार अनुदानित मदरसों में चल रहे भ्रष्टाचार की शिकायतों के बाद जांच करा ऐसे गिरोहों को बेनकाब करने जुटी है। सबसे अधिक भ्रष्टाचार भारत-नेपाल के सीमावर्ती इलाके व तराई बेल्ट में है। सीमावर्ती इलाके बलरामपुर, श्रावस्ती, गोंडा एवं अयोध्या के राज्य सरकार द्वारा अनुदानित मदरसों में फर्जी एवं सुनियोजित साजिश के तहत नियुक्तियों के तार अयोध्या से जुड़े हैं। इस गिरोह का संचालन अयोध्या के राज्य सरकार द्वारा अनुदानित मदरसा मेराजुल उलूम दिल्ली दरवाज़ा फैज़ाबाद अयोध्या में तैनात सहायक अध्यापक खुर्शीद अहमद करता है। अयोध्या में बैठे खुर्शीद के इशारे पर देवीपाटन मंडल अयोध्या मंडल के मदरसों में जलसाजी का खेल हो रहा है। रजिस्ट्रार फर्म सोसाइटी एवं चिट्स कार्यालय जनपद में मजबूत पकड़ होने के कारण मदरसों की साधारण सभा व प्रबंध समितियों के सूची में भी वह मनमर्जी से बदलाव करता है। उसका सहयोग तुलसीपुर के मदरसा जामिया अनवारूल उलूम नई बाजार में तैनात बाबू अजीज अहमद अंसारी शातिराना अंदाज में करता है। अजीज छात्रवृत्ति घोटाले का मुख्य आरोपी है। इस घोटाले में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी इस्लाम अहमद अब्बासी सहित कुल 6 आरोपी हैं, जिन पर अभियोजन की स्वीकृति प्रक्रिया में है।

जांच में खुला बड़ा नेटवर्क

बलरामपुर मदरसा अहले सुन्नत नूरूल उलूम अतीकिया महराजगंज तराई में शहादत अली के जाली दस्तावेज पर नियुक्ति का मामला सामने आया। इस पर विभागीय जांच शुरू हुई। जब अधिकारियों ने कड़ियां जोड़नी शुरू की तो बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ। जांच में पूरे गिरोह का कच्चा चिट्ठा सामने आ गया। इस गिरोह का सरगना खुर्शीद अहमद ने सैकड़ों फर्जीवाड़े अयोध्या में बैठे मदरसे के बाबू अज़ीज़ अहमद अंसारी एवं प्रबंधक अहमदुल कादरी के सहयोग से किया। इस गिरोह के नेटवर्क में गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, अयोध्या, अम्बेडकर नगर, आजमगढ़, महराजगंज, सिद्धार्थनगर , मऊ और गाजीपुर तक है। एक समाजसेवी ने इस गिरोह के नेटवर्क के बारे में विभागीय अधिकारियों से शिकायत की लेकिन गिरोह के रसूख के सामने जांच दबा दिया गया। आरोप है कि अयोध्या में बैठा सहायक अध्यापक खुर्शीद देवीपाटन व अयोध्याम मंडल के मदरसों के प्रबंध समिति में सीधे दखल रखता है। जो समितियां उसके अनुसार नहीं चलती है उनके खिलाफ शिकायत व जांच कराकर ब्लैक मेल करता है। साथ ही खाली पड़े पदों पर अपने करीबियों को नियुक्त कराने की साजिश रचता है।

गैडहवा में है अघोषित कार्यालय

इस गिरोह का अघोषित कार्यालय तुलसीपुर के गैडहवा में है। कार्यालय घोटालेबाज बाबू अजीज अहमद अंसारी के आवास में खोल रखा है। जहां सभी दस्तावेज सुरक्षित रखे जाते हैं। यहीं से जाली व कूटरचित दस्तावेज बनाकर उसे सरकारी दफ्तरों में असली बताकर पेश किया जाता है। वहीं बलरामपुर में पानी टंकी के पास स्थित अनवारूल कुरान मदरसे के बाबू मो. शाहिद के आवास में बनाया गया है। जहां मदरसों के रजिस्टर व नियुक्तियों के पत्रावलियां रखी जाती है। विभागीय अधिकारी बताते हैं कि इस गिरोह के सदस्य संचालित मदरसों की प्रबंधक समिति में फेरबदल कर उनको हड़पते है। समिति के असली सदस्यों के जाली दस्तख्त बनाकर असल कार्रवाई दिखाते हैं। इसी साजिश के तहत कई अध्यापकों के दस्तावेजों को फर्जी बताकर बर्खास्त कर अपने रिश्तेदारों को नियुक्त करा देते हैं।



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