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Lucknow Hotel Murder Case
– फोटो : अमर उजाला
यूपी की राजधानी लखनऊ के होटल में अपनी मां और चार बहनों की हत्या करने वाले असद को लेकर पड़ोसियों ने चौंकाने वाली हकीकत बताई। पड़ोसियों की मानें तो असद बेहद सनकी है। वो किसी से बात नहीं करता है। जरा-जरा सी बात पर झगड़े पर उतारू हो जाता है। कुछ दिन पूर्व ही पड़ोसी से बिजली का मीटर घर की दीवार पर लगाए जाने को लेकर भी उसका विवाद हुआ था। 12 दिन पूर्व ही वो परिवार के साथ घर पर ताला लगाकर कहीं चला गया, इसकी जानकारी पड़ोसियों को भी न थी।
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आरोपी युवक का ताला लगा घर
– फोटो : अमर उजाला
‘बीमार सात महीने की मासूम बेटी…’
पड़ोस में रहने वाले शौकत खान ने बताया कि वो हैवान है। बात छह महीने पुरानी है। उसकी सात महीने की मासूम बेटी थी, जो बीमार थी। उसकी सांसें चल रहीं थीं, लेकिन असद ने उसका इलाज नहीं कराया। उसने घर में ही कब्र खोदी और बीमार बेटी को दफना रहा था। पड़ोसियों को जब इस बात की जानकारी हुई, तो उन लोगों ने उसे रोक लिया। मासूम बेटी को चिकित्सक के पास लेकर गए, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई, जिसके बाद उसे कब्रिस्तान में दफनाया गया।
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जांच के लिए मौजूद पुलिस टीम व होटल के बाहर लगी भीड़।
– फोटो : amar ujala
‘वो अक्सर अजमेर भी जाता रहता था’
फातिमा ने बताया कि असद व्यवहार रखने लायक नहीं था। वो रात में कितने बजे आता और जाता किसी को नहीं पता था। शादी हुई जिसके बाद उसकी पत्नी भी खुश नहीं थी। पहली पत्नी उसे छोड़कर चली गई थी, जिसके बाद असद ने दूसरी शादी कर ली थी। वो अक्सर अजमेर भी जाता रहता था। दिल्ली में किसी के यहां काम करता था, जिसकी वजह से उसे दिल्ली वाले के नाम से ही लोग अधिक जानते हैं। दिल्ली से कुछ भी सामान लाकर यहां फेरी लगाकर बेचता था।
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आरोपी युवक का परिवार
– फोटो : अमर उजाला
फातिमा ने बताया कि कुछ दिन पूर्व ही पड़ोसी दुकानदार से साइकिल हटाने को लेकर विवाद हुआ, तो पथराव कर दिया। वो किसी से भी बनाकर नहीं रखता था। जवान बहनों की शादी की भी उसे बिलकुल भी फिक्र नहीं थी। आखिर उसके मन में क्या चल रहा था, ये किसी को अंदाजा नहीं था।
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आगरा में आरोपी के घर पहुंची पुलिस
– फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
इस्लाम नगर में नहीं किसी से दोस्ती
पड़ोस के लोगों ने बताया कि असद खुद में ही मगन रहता है। इस्लाम नगर में वो काफी समय से रहता आ रहा है, लेकिन उसकी दोस्ती किसी से भी नहीं थी और ना ही वो किसी के साथ उठता बैठता था। सामान खरीदने के लिए कभी घर से निकला तो ठीक, बाकी समय वो किसी को दिखाई भी नहीं देता था। पड़ोसियों के अनुसार असद दिल्ली वाले के नाम से मशहूर है। उसकी बहन और मां भी किसी से मतलब नहीं रखती थीं।