बदर यहां दिखा आखिरी बार
पुलिस के अनुसार, आरोपी बदर बुधवार सुबह लोको चौकी के पास बने एक सीसीटीवी कैमरे में दिखा। इसके बाद वो गायब हो गया। नाका पुलिस ने स्टेशन के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों को भी खंगाला, पर कुछ सुराग नहीं लग सका। बदर की तलाश में चार टीमें लगी हैं। जीआरपी भी उसे तलाश रही है। लखनऊ पुलिस ने आगरा और संभल पुलिस से भी संपर्क किया है। आरोपी बदर के भागकर अयोध्या और प्रयागराज जाने की भी आशंका है। हालांकि बदर कानपुर के अलग-अलग इलाकों में लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हुआ है।
किसी तरह के विवाद और धर्म परिवर्तन की बात सामने नहीं आई
उधर, मुख्य आरोपी अरशद के बयान के बाद आगरा की ट्रांस यमुना पुलिस ने तीन दिन में बस्ती के 100 से अधिक लोगों से पूछताछ की। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी चेक की है। वसीयत करने वालों का भी पता किया है। मगर, पुलिस की प्राथमिक जांच में किसी तरह के विवाद और धर्म परिवर्तन की बात सामने नहीं आई है। लखनऊ के होटल में 31 दिसंबर 2024 की रात इस्लाम नगर, टेढ़ी बगिया निवासी अस्मा, उनकी चार बेटियों अल्शिया(19), रहमीन (18), अक्सा (16) और आलिया (9) की सामूहिक हत्या कर दी गई थी। हत्याकांड के बाद से आरोपी पिता बदरुद्दीन उर्फ बदर फरार है। वहीं हत्यारोपी बेटे अरशद ने पुलिस चौकी पहुंचकर समर्पण किया था।
अरशद कभी हत्याकांड के पीछे पड़ोसियों से विवाद बता रहा है तो कभी जमीन पर कब्जे की कहानी बोलता है। धर्म परिवर्तन और घर में मंदिर बनाने की बातें प्रार्थनापत्र और अपने वीडियो में पिता-पुत्र ने कही थी। इस पर आगरा पुलिस ने 100 से अधिक लोगों के बयान लिए। बस्ती में लगे सीसीटीवी कैमरों को चेक किया। कुछ खास नहीं मिला। एक संदिग्ध युवक जरूर नजर आया है।
आखिर अपनों का कत्ल क्यों किया?
ट्रांस यमुना थाना प्रभारी ने बताया कि पूरे घटनाक्रम में आरोपी अरशद ने जो भी वजह बताई हैं, उनके बारे में पता किया जा रहा है। बदर ने अपने प्रार्थनापत्र में पड़ोसियों से झगड़ा बताया है। जांच में 16 और 18 दिसंबर को विवाद की जानकारी मिली। मगर, यह विवाद इतना बड़ा नहीं था कि उसके पीछे हत्याकांड किया जाए। अगर, विवाद पड़ोसियों से था तो अपनों का कत्ल क्यों किया? पुलिस ने पड़ोसी आफताब, सलीम, रानू से भी पूछताछ की। जिस दिन का विवाद है, वह सीसीटीवी कैमरे में कैद हैं।