मारपीट जैसी घटना की पुष्टि नहीं हुई
बयान के आधार पर पुलिस की अलग-अलग टीमें गठित की गई हैं। हालांकि, सोमवार रात तक पुलिस को बदर की लोकेशन के बारे में पता नहीं चल सका। पुलिस अफसरों का कहना है कि पूछताछ के बाद सभी को वापस आगरा भेज दिया जाएगा। अरशद के बनाए गए वीडियो के बारे में भी लोगों से पूछताछ की गई है। 18 दिसंबर को जितेंद्र अरशद के घर पर गया था। हालांकि मारपीट जैसी घटना की पुष्टि नहीं हुई है।
किसी दूसरे कैमरे में नहीं दिखा बदर
बदर को सिर्फ लोको पुलिस चौकी के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में देखा गया है। चारबाग और आसपास के कैमरे खंगाल रही पुलिस को किसी दूसरे कैमरे में बदर नहीं दिखा है। ऐसे में माना जा रहा है कि बदर पैदल जाने के बजाए ऑटो या टेंपो से शहर से बाहर निकला था। पुलिस बदर के परिजनों पर नजर बनाए हुए हैं।
ये है मामला
आगरा निवासी अरशद ने पिता के साथ मिलकर मां अस्मा (49), बहनें अल्शिया (19), रहमीन (18), अक्सा (16) और आलिया (9 ) की चारबाग के होटल में हत्या कर दी थी। आरोपी 30 दिसंबर को लखनऊ आए थे। दो दिन के लिए होटल का कमरा बुक कराया था। 31 दिसंबर की रात में दोनों ने सामूहिक हत्याकांड को अंजाम दिया था। अरशद ने इस दौरान वीडियो भी बनाया था। वारदात के बाद अरशद ने सरेंडर कर दिया था, जबकि बदर भाग निकला था।