रायबरेली। जिले में गर्मी का असर दिखने लगा है। तेज गर्मी, धूप, दूषित खानपान के असर से उल्टी-दस्त, डायरिया के चपेट में आकर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। जिला अस्पताल में बुधवार को उल्टी-दस्त व डायरिया के 10 मरीज भर्ती किए गए। इसके अलावा ओपीडी में भी मरीजों की संख्या बढक़र 1800 से अधिक हो गई है। काउंटरों पर सुबह से ही मरीज पसीना बहा रहे हैं।
जिले में तापमान तेजी से बढ़ रहा है। ऐसे में लोग उल्टी-दस्त के चपेट में आ रहे हैं। मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ गया है। बुधवार को जिला अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे उल्टी-दस्त के 10 मरीजों को भर्ती करके इलाज शुरू किया गया। ओपीडी में भी सुबह से ही भीड़ रही। ओपीडी में जुकाम, बुखार, पेट दर्द, उल्टी-दस्त आदि के ज्यादा मरीज आए। गर्मी अधिक होने के बाद भी ओपीडी कक्षों के बाहर मरीजों को गर्मी से बचने के लिए बंदोबस्त नहीं किए गए हैं। इससे मरीजों को पसीना-पसीना होना पड़ा।
जिला अस्पताल में परचा काउंटर के साथ ही दवा और पैथोलॉजी काउंटरों पर मरीजों को ज्यादा परेशानी हुई। लंबी लाइन होने के कारण दवा लेने के लिए लोगों को काफी इंतजार करना पड़ा। गर्मी के कारण लोग बेहाल भी रहे। कई दवाइयां मरीजों को काउंटर से नहीं मिली।
सीएमएस डॉ. महेंद्र मौर्या का कहना है कि अस्पताल में जांच और दवा के पर्याप्त बंदोबस्त हैं। उल्टी-दस्त, बुखार, खांसी, जुकाम, पेटदर्द के अधिक मरीज आ रहे हैं। आउटडोर 1800 तक पहुंच गया है। बेहतर चिकित्सा को लेकर प्रयास किए जा रहे हैं। हीट स्ट्रोक, डायरिया, डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ा है, इसलिए लोग एहतियात बरतें। बच्चे व बुजुर्ग दोपहर में बाहर नहीं निकले। बार-बार पानी पिएं। पानी की कमी न होनें दें।