रायबरेली। जिले में दो और हाईटेक नर्सरी स्थापित किए जाने का रास्ता साफ हो गया है। एक नर्सरी राही ब्लॉक क्षेत्र के कृषि विज्ञान केंद्र दरियापुर और दूसरी नर्सरी सलोन क्षेत्र के रग्घूपुर गांव के पास बनेगी। इसका फायदा इन दो ब्लॉक क्षेत्र के करीब 20 हजार किसानों को मिलेगा। कृषि विशेषज्ञों की देखरेख में इन आधुनिक नर्सरी में सब्जियों की पौध तैयार की जाएगी। अब किसान नर्सरी से पौध लेकर सीधे खेत में लगा सकेंगे। ऐसा होने से किसानों को पौैध तैयार करने की मेहनत से राहत मिलेगी।

दोनों नर्सरी तीन करोड़ 24 लाख रुपये की लागत से बनाई जाएंगी। पॉली हाउस बनाए जाएंगे जिसमें तापमान को नियंत्रित करने के लिए उपकरण लगेंगे। सिंचाई के लिए स्प्रिंकलर लगाए जाएंगे। विभागीय अधिकारियों का मानना है कि आधुनिक तकनीकी से तैयार की जाने वाली पौध से किसानों को लाभ मिलेगा, क्योंकि यह पौध आसानी से खेतों में जमेगी और अच्छा उत्पादन देंगे। विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी सब्जी की पौध तैयार करने में किसानों को 40 से 50 दिन का समय लग जाता था। किसानों को इससे राहत मिलेगी और वह तैयार पौैध अपने में खेत में लगा सकेंगे। इसके सब्जियों की फसल जल्द तैयार हो जाएगी।

इनसेट

इन सब्जियों की पौध होगी तैयार

हाईटेक नर्सरी में बैंगन, मिर्च, टमाटर, फूलगोभी, पत्ता गोभी, शिमला मिर्च, करेला, लौकी, तोरई आदि सब्जियों की पौध कृषि विशेषज्ञों की देखरेख में तैयार होगी। जिले में हाईटेक नर्सरी स्थापित कराने के लिए शासन से हरी झंडी मिल गई है।

शिवगढ़ में हाईटेक नर्सरी बनकर तैयार, अगले माह शुभारंभ

शासन की ओर से शिवगढ़ और जिला मुख्यालय स्थित जिला उद्यान विभाग में भी हाईटेक नर्सरी बनाने को हरी झंडी मिली थी। एक करोड़ चार लाख की लागत से शिवगढ़ में हाईटेक नर्सरी बनकर तैयार हो गई है। निकाय चुनाव के बाद अप्रैल में इस नर्सरी का शुभारंभ होगा। इससे शिवगढ़ क्षेत्र के किसानों को सब्जियों की फसल की पौध इसी साल से मिलना शुरू हो जाएगी। वहीं 25 लाख की लागत से जिला मुख्यालय पर नर्सरी स्थापित करने का कार्य चल रहा है।

मिल गया बजट

जिले में सब्जी की खेती को बढ़ावा देने के लिए शासन से दो और अत्याधुनिक नर्सरी स्थापित कराने को हरी झंडी मिली है। बजट मिल गया है। जल्द नर्सरी स्थापित कराने का काम शुरू होगा। शिवगढ़ में नर्सरी बनकर तैयार हो गई है। अप्रैल में शुभारंभ कराया जाएगा। इससे किसानों को सब्जी के पौध मिल सकेंगे।

– केशवराम चौधरी, जिला उद्यान अधिकारी



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