– व्यापारी बोले- बाजारों में खत्म हो रहे छोटे नोट, बैंक थमा रहे सिक्कों की थैली
– व्यापार में तेजी लाने के लिए दुकानदार दे रहे अलग-अलग ऑफर
संवाद न्यूज एजेंसी
लखनऊ। दो हजार के नोटों को चार माह बाद चलन से बाहर करने की आरबीआई की घोषणा के बाद अब ग्राहक बाजार में यही नोट लेकर खरीदारी करने पहुंच रहे हैं। कुछ छोटे दुकानदार तो खुले पैसे न होने की बात कहकर नोट लेने से इनकार कर रहे हैं, वहीं बड़े दुकानदार बिना हिचकिचाए ये नोट ले रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि इन दिनों गुलाबी नोटों की आवक पहले के मुकाबले बाजार में चार गुना तक बढ़ गई है। वहीं कुछ दुकानदार दो हजार के नोटों से खरीदारी करने पर कई तरह के ऑफर भी दे रहे हैं।
हजरतगंज ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद पंजाबी ने बताया कि दो हजार की नोट बंद होने से पहले अगर 20 लाख रुपये की बिक्री होती थी, दो हजार के एक लाख रुपये तक के नोट होते थे। इधर कुछ दिनों से जो भी ग्राहक पहुंच रहे हैं, उनमें से अधिकांश दो हजार रुपये के नोट से ही खरीदारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले की तुलना में दो हजार के नोट चार गुना तक बढ़ गए हैं। वहीं लखनऊ युवा व्यापार मंडल के वरिष्ठ महामंत्री सुमित गुप्ता के मुताबिक इधर सभी खरीदार बढ़ा भुगतान सिर्फ गुलाबी नोट से ही कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहले हफ्ते में एक बैंक जाकर पैसे जमा कर देते थे, लेकिन लिमिट होने के कारण रोजाना बैंक में जाकर रकम जमा करवानी पड़ रही है। व्यापारी श्याम सुंदर अग्रवाल ने बताया कि पहले कंपनियां 30 से 40 हजार रुपये तक कैश ले लेती थीं, लेकिन इधर कंपनी सिर्फ ऑनलाइन माध्यम से ही भुगतान कराने के लिए कह रही हैं।
दो हजार के नोट के बदले बैंक थमा रहे सिक्के
प्रताप मार्केट व्यापार मंडल के अध्यक्ष राकेश छाबड़ा ने बताया कि प्रताप मार्केट स्थित दुकानों का स्टाफ अगर दो हजार रुपये की नोट बैंक में जमा करने जा रहा है, तो उन्हें सिक्के भी थमा दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि दुकानदार अगर 20 हजार रुपये के नोट जमा करने पहुंचा है, तो 15 हजार रुपये के नोट और पांच हजार रुपये के सिक्के बदले में दे रहे हैं।
अनोखा ऑफर… छुपाकर रखा नोट तो खरीदारी करें
भूतनाथ बाजार स्थित एक साड़ी की दुकान के मालिक उत्तम कपूर अनोखा ऑफर दे रहे हैं। कहते हैं महिलाओं ने अगर दो हजार के नोट छुपाकर रखे हैं, तो पति को न बताएं। चुपचाप आकर खरीदारी कर लें। वहीं मुंशी पुलिया स्थित एक दुकान की मालकिन बरखा पांडेय ने बताया कि पहले के मुकाबले दो हजार नोटों वाले ग्राहक बढ़े हैं। यही नहीं दो हजार के नोटों से 10 हजार की नकद खरीदारी पर 10 प्रतिशत की छूट दी जा रही है। उप्र आदर्श व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष मो. अफजल ने बताया कि पहले जहां ग्राहक ऑलनाइन पेमेंट करता था। वह ग्राहक भी अब कैश लेकर निकल रहा है। उनमें ज्यादातर नोट दो हजार रुपये के होते हैं।
नहीं हुई सुनवाई तो करेंगे घेराव
लखनऊ व्यापार मंडल के वरिष्ठ महामंत्री पवन मनोचा ने बताया कि बैंक की तरफ से जो सिक्के दिए जा रहे हैं। वह न तो ग्राहक लेगा न कंपनी। ऐसे में व्यापारियों की शिकायत लेकर जीएम से मुलाकात की जाएगी। अगर नहीं मानते हैं, तो बैंक का घेराव किया जाएगा।