क्रासर
लंबा चक्कर काटकर आते-जाते हैं करीब एक हजार लोग
संवाद न्यूज एजेंसी
खीरों (रायबरेली)। विकास क्षेत्र के केसौली-सुरजीपुर मार्ग पर बने रेलवे अंडरपास में बारिश का पानी भरा होने से लगभग 15 गांवों के लोगों का आवागमन ठप हो गया है। इस अंडरपास से रोजाना दोपहिया, साइकिल सवार समेत तकरीबन एक हजार लोग गुजरते हैं। इन लोगों को लंबी दूरी का चक्कर काटकर जाना पड़ रहा है। कुछ लोग अंडरपास के पास जोखिम उठाकर रेलवे ट्रैक पार कर रहे हैं। यह समस्या हर साल बारिश में उत्पन्न हो जाती है, लेकिन जलनिकासी के लिए पुख्ता प्रबंध नहीं किए जाते हैं।
केसौली-सुरजीपुर मार्ग पर रेल लाइन होने के चलते आवागमन में काफी असुविधा हो रही थी। आवागमन को सुगम बनाने के लिए रेलवे ट्रैक के नीचे अंडरपास बनवाया गया था, जिससे करीब 15 गांवों के लोगों को सुविधा मिली थी। यह सुविधा बारिश के दौरान बेकार हो जाती है, क्योंकि अंडरपास में पानी भर जाता है। इस समय अंडरपास में जलभराव है, जिससे केसौली, लच्छीपुर, मानपुर, शीतला बक्स खेड़ा, सुरजीपुर, श्यामपुर, देवगांव, गड़रियन खेड़ा, मिश्र खेड़ा, कालूपुर, मझिगवां, बकिया खेड़ा, रूप खेड़ा समेत 15 गांवों के लोगों का आवागमन ठप है। इस अंडरपास से पैदल, साइकिल सवार, बाइक सवार तथा अन्य छोटे साधनों से लोगों को निकलने की सुविधा मिलती है।
जलभराव की वजह से इन गांवों की लगभग 10 हजार से ज्यादा आबादी को जिला तहसील व ब्लाक मुख्यालय आने-जाने के लिए पांच किमी. का ज्यादा चक्कर लगाना पड़ रहा है। कोई भी अंडरपास से नहीं निकल पा रहा है। सुरजीपुर के अश्वनी यादव, कमलेश कुमार, शिव करन, जागेश्वर, कालूपुर के बृजेंद्र वर्मा, देवगांव के लाल बहादुर सिंह, देवेंद्र यादव, मझिगवां के बाल गोविंद, मिश्र खेड़ा के बढक़ऊ शर्मा, श्यामपुर के प्रेमनारायण शुक्ला ने बताया कि अंडरपास की नालियां जाम होने से जलभराव हो जाता है। नालियां साफ कराने के साथ ही जलनिकासी की व्यवस्था कराई जाए। उधर, रेलवे स्टेशन रघुराज सिंह के स्टेशन मास्टर अखिलेश कुमार ने बताया कि जलनिकासी का काम उन्नाव में तैनात अभियंता करेंगे, जिन्हें अवगत करा दिया गया है। जलनिकासी की व्यवस्था कराई जाएगी।