रायबरेली। वाराणसी में यार्ड रिमॉडलिंग कार्य के चलते निरस्त आठ ट्रेनों का संचालन शनिवार से स्थानीय स्टेशन से होने लगेगा। इससे यात्रियों का काफी राहत मिल सकेगी। कई अन्य ट्रेनों का संचालन 15 अक्तूबर के बाद बहाल होने की उम्मीद है।
ट्रेनों के निरस्त होने और रूट बदलने के चलते लखनऊ-रायबरेली-वाराणसी रूट पर सफर करने वाले यात्री लगातार परेशान हैं। वाराणसी में नॉन-इंटरलॉकिंग कार्य 15 अक्तूबर तक चलेगा। इसलिए पहले चरण में तीन जोड़ी ट्रेनों का रूट बदलने के साथ कई ट्रेनें निरस्त की गई थीं। दूसरे चरण में तीन जोड़ी और तीसरे चरण में एक जोड़ी ट्रेन निरस्त कर दी गई।
रूट की प्रमुख ट्रेनों के निरस्त होने से यात्री लगातार परेशान हैं। रायबरेली स्टेशन से जनता मेल, पंजाब मेल व काशी विश्वनाथ जैसी ट्रेनों से बड़ी संख्या में लोग सफर करते हैं। हालांकि, शनिवार से काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस, जनता एक्सप्रेस, गरीब रथ और बनारस-लखनऊ एक्सप्रेस का संचालन शुरू हो जाएगा।
निरस्त चल रही कई अन्य ट्रेनों का संचालन वाराणसी में काम पूरा होने के बाद शुरू हो सकेगा। रायबरेली के स्टेशन अधीक्षक रवि रंजन के मुताबिक ट्रेनों का रूट बदलने व निरस्त होने से यात्रियों की संख्या कम हुई है। जल्दी ही सभी ट्रेनें पहले की तरह चलने लगेंगी। इससे यात्रियों को सफर करने में काफी सहूलियत होगी।
ट्रेनों की लेटलतीफी से परेशान हुए यात्री
रायबरेली। ट्रेनों की लेटलतीफी से भी यात्री परेशान हैं। शुक्रवार को सहारनपुर से प्रयागराज जाने वाली नौचंदी एक्सप्रेस डेढ़ घंटे विलंब से पहुंची। त्रिवेणी एक्सप्रेस अप-डाउन दोनों आधा-आधा घंटे की देरी से स्थानीय स्टेशन पर पहुंचीं। इस बीच रेलवे स्टेशन के प्लेटफाॅर्म नंबर दो-तीन पर टिनशेड लगा दिया गया है, जिससे यात्रियों को धूप और बारिश से राहत मिलेगी। (संवाद)