संवाद न्यूज एजेंसी, लखनऊ

Updated Wed, 14 Jun 2023 11:44 PM IST

रायबरेली। आसमान से बुधवार को आग बरसी। अधिकतम पारा 43 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। भीषण गर्मी का आलम यह रहा कि कूलर व पंखे भी लोगों को राहत नहीं दे सके। घरों व दफ्तरों में बैठे लोग भी पसीने से तरबतर रहे। तेज रफ्तार से चल रहे लू के थपेड़ों से जनजीवन बेहाल रहा। लोग चेहरे पर गमछा आदि लपेटकर घरों से बाहर निकले। प्रचंड गर्मी ने सबको बेहाल कर दिया है। बुधवार को तापमान इस सीजन सबसे गर्म दिन रहा। भीषण उमस व चिपचिपी गर्मी से जिले वासी बेहाल रहे। कूलर व पंखे गर्म हवा फेंक रहे थे। तन झुलसा देने वाली धूप से लोग बेहाल रहे।

इधर, जून माह में गर्मी अपने शबाब पर है। खासकर एक सप्ताह से पड़ रही गर्मी ने लोगों को और बेहाल कर दिया है। बुधवार को भी बेतहाशा गर्मी से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया। शहर आए लोग पेड़ों की छांव तलाशते नजर आए। दोपहर के वक्त सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। अधिकतर लोग घरों से बाहर निकलने की हिम्मत नहीं जुटा पाए। बच्चों ने नलकूपों पर नहाकर गर्मी से राहत पाने का प्रयास किया। इंदिरा गांधी उड़ान अकादमी (इग्रुआ) के मौसम विभाग के मुताबिक बुधवार को रायबरेली जिले का अधिकतम तापमान 43 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहा। अधिकारियों का कहना है कि आगे भी गर्मी लोगों को और रुलाएगी।

प्रचंड धूप से जहां आम जनजीवन प्रभावित है। वहीं सिंचाई न होने से गन्ना, मेंथा, मौसमी सब्जी तथा धान की नर्सरी सूख रही हैं। जनजीवन प्रभावित होने के साथ ही बिजली न रहने पर कारोबार पर बड़ा प्रभाव पड़ रहा है। गांवों में बिजली कम कटे और कम आए। किसी को पता नही नहीं चलता। इससे लोग परेशान हैं। एक तरफ गर्मी से लोग बेहाल हैं, वहीं दूसरी ओर बिजली कटौती से लोगों का जीना दुश्वार है। कहीं पर फाल्ट तो कहीं पर तार टूट रहे हैं। इससे बिजली की आवाजाही लगी रहती है।



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