क्रासर

हटाने की सूचना पर सेवा प्रदाता कंपनी के एलटी आठ अगस्त से नहीं कर रहे थे काम

संवाद न्यूज एजेंसी

रायबरेली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में करीब सात दिन बाद ब्लड सहित अन्य जांचें पटरी पर आ गईं हैं। 100 नए टेक्नीशियनों ने काम करना शुरू कर दिया है। सेवा प्रदाता कंपनी से रखे गए लैब टेक्नीशियनों को हटा दिया गया था जिससे जांचें प्रभावित हो रहीं थीं। पहले काम कर रहे रेगुलर एलटी से किसी तरह इमरजेंसी जांचें कराई जा रही थीं। सोमवार से ब्लड सहित अन्य जांचें आरंभ हो गई हैं।

पिछले दिनों लैब टेक्नीशियनों के पदों को भरने के लिए प्रक्रिया शुरू हुई थी। सेवा प्रदाता कंपनी के माध्यम से पहले से काम कर रहे एलटी ने जानकारी मिलने के बाद बीती आठ अगस्त से जांचें ठप कर दीं थीं। एम्स प्रशासन किसी तरह रेगुलर स्टाफ से इमरजेंसी जांचें करवा रहा था। औपचारिकताएं पूरी होने के बाद सोमवार से नए लैब टेक्नीशियनों ने काम शुरू कर दिया है। पैथोलॉजी में 47, रेडियोलॉजी में 25, ऑपरेशन थिएटर व ट्रामा इमरजेंसी में पांच-पांच, डायलिसिस में चार सहित अन्य विभागों में भी नए एलटी रखे गए हैं।

भर्ती मरीज भी बाहर से करा रहे थे जांच

एम्स में जांचे प्रभावित होने का खामियाजा मरीजों को ही भुगतना पड़ा। भर्ती मरीजों के साथ ही ओपीडी में आने वाले मरीजों को भी बाजार से ही जांचें करानी पड़ीं। भर्ती मरीजों की कुछ जांचें ही हो पा रहीं थीं। ब्लड सहित अन्य जांचें प्रभावित होने के कारण ही ऑपरेशनों की संख्या भी कम हो गई थी। अब मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलने की उमीद है।

इनसेट

नए लैब टेक्नीशियनों ने काम करना शुरू कर दिया है। ब्लड सहित अन्य जांचें सुचारु हो गईं हैं। मरीजों को जांच के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है।

डॉ. सुयश सिंह, उप चिकित्सा अधीक्षक, एम्स



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