रायबरेली। दिल्ली में पहले चरण की काउंसिलिंग के बाद अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पीजी की पढ़ाई करने के लिए 15 रेजीडेंट डॉक्टरों से सीटें लॉक कर दी हैं। इन सीटों के भरने के बाद अब भी 18 रेजीडेंट डॉक्टरों की जरूरत है। इसके लिए आगामी तीन जुलाई से दिल्ली में दूसरे चरण की काउंसिलिंग होगी। काउंसिलिंग के बाद पीजी की खाली सीटें भरेंगी।
एम्स के रजिस्ट्रार डॉ. भोलानाथ ने बताया कि इलाज के साथ ही एमबीबीएस के कई बैच की पढ़ाई चल रही है। पिछले साल से पीजी की पढ़ाई शुरू की गई है। एम्स में दूसरे बैच की पीजी की पढ़ाई के लिए 33 सीटें अलॉट की गईं हैं। परीक्षा के बाद दिल्ली में पहले चरण की काउंसिलिंग के बाद यहां आकर 15 रेजीडेंट डॉक्टरों ने उपस्थिति दर्ज कराई है। अब 18 सीटें शेष बचने के बाद दिल्ली में तीन जुलाई से दूसरे चरण की काउंसिलिंग शुरू होने वाली है। तीन दिन तक काउंसिलिंग के बाद रेजीडेंट डॉक्टरों पीजी की शेष सीटों को लॉक करने के लिए यहां पहुंचे हैं। सभी सीटों पर दाखिले की प्रक्रिया पूरी होने के बाद पीजी के दूसरे बैच की पढ़ाई शुरू होगी। रेजीडेंट डॉक्टर पढ़ाई के साथ ही मरीजों का इलाज भी करेंगे। इससे मरीजों को बेहतर सहूलियतें मिलेंगी।