संवाद न्यूज एजेंसी, लखनऊ
Updated Wed, 06 Sep 2023 12:31 AM IST

रायबरेली में मंगलवार को एम्स में रीढ़ की हड्डी में चोट के इलाज के लिए यूनिट का शुभारंभ करने के
रायबरेली। विश्व स्पाइनल कॉर्ड इंजरी दिवस पर मंगलवार को एम्स में रीढ़ की हड्डी में चोट के मरीजों को इलाज और सर्जरी की बड़ी सुविधा मिली है। निदेशक व सीईओ प्रो. अरविंद राजवंशी ने फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलेशन (पीएमआर) विभाग में न्यूरोलॉजिकल रिहैबिलेशन क्लिनिक के साथ ही छह बेड की यूनिट का शुभारंभ किया।
उन्होंने कहा कि ऐसे रोगियों की भर्ती करके इलाज की सुविधा मिलेगी। रीढ़ की हड्डी में चोट वाले मरीजों के लिए एक समर्पित हेल्पलाइन नंबर 8887420197 भी उन्होंने लांच किया।
फिजिकल मेडिसिन एंड रिहैबिलेशन के विभागाध्यक्ष व उप चिकित्सक अधीक्षक डॉ. अरविंद कुमार शर्मा ने बताया कि न्यूरो रिहैबिलेशन यूनिट में रीढ़ की हड्डी के चोटों के बाद पुनर्वास और जटिलताओं के प्रबंधन के लिए सभी सुविधाएं मरीजों को मिलेंगी। अंगों की विकृति सही करने के लिए बोटुलिन इंजेक्शन और सर्जरी की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा विभिन्न प्रक्रियाओं के माध्यम से दर्द उपचार की सुविधा मिलेगी।
उन्होंने बताया कि बिस्तर के घाव (बेड सोल) के इलाज के लिए वीएसी ड्रेसिंग और सर्जरी के बंदोबस्त किए गए हैं। ऐसे रोगियों की देखभाल करने वालों को घरेलू देखभाल के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। ओपीडी में ऐसे मरीजों को प्रत्येक मंगलवार को पीएमआर विभाग के विशेष न्यूरो पुनर्वास क्लिनिक में चिकित्सीय सलाह दी जाएगी। इस मौके पर वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी समीर शुक्ला सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।