जूनियर रेजीडेंट के भी 40 पद भरने की प्रक्रिया शुरू की गई
संवाद न्यूज एजेंसी
रायबरेली। डॉक्टरों की कमी से जूझ रहे एम्स को राहत मिलने वाली है। सीनियर रेजीडेंट (एसआर) डॉक्टरों के 165 और जूनियर रेजीडेंट (जेआर) डॉक्टरों के 40 पदों को भरने की प्रक्रिया चल रही है। इस समय सीनियर रेजीडेंट के 200 पदों की तुलना में मात्र 30 एसआर काम कर रहे हैं। ऐसे में मरीजों को सुपर स्पेशियलिटी स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं। 12 सुपर स्पेशियलिटी व 23 सामान्य विभागों को एसआर चिकित्सक मिलने के बाद सहूलियतें बढ़ेंगी।
एम्स में शुरू से ही डॉक्टरों की कमी बनी हुई है। इसी कारण मरीजों को इलाज में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इमरजेंसी में बेडों की संख्या भी नहीं बढ़ पा रही हैं। बेड खाली न होने की दशा में गंभीर मरीजों को वापस लौटना पड़ता है। बीती 14 अगस्त को छह साल के रेयांश को गंभीर हालत में शाम छह बजे एम्स की इमरजेंसी ले जाया गया, लेकिन बेड न होने के कारण उसे भर्ती नहीं किया जा सका। बाद में परिजनों ने उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराकर इलाज शुरू कराया। इसी तरह हर रोज बेडों की कमी के कारण गंभीर मरीजों को चिकित्सकीय सुविधा मिलने में समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
एम्स प्रशासन ने सुविधाएं बढ़ाने के लिए एसआर और जेआर डॉक्टरों के खाली पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सीनियर रेजीडेंट डॉक्टरों की बेहद कमी है। 200 पदों की तुलना में मात्र 30 एसआर डॉक्टर ही काम कर रहे हैं। इसी कारण एसआर के 165 पदों को भरने का प्रयास किया जा रहा है। आवेदन प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। जल्द ही अन्य औपचारिकताएं पूरी कराकर सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं शुरू कराई जाएंगी। सीनियर रेजीडेंट पदों के 12 सुपर स्पेशियलिटी विभागों में 116 व 23 सामान्य विभागों में 49 एसआर चिकित्सकों के पदों को भरा जाएगा। जूनियर रेजीडेंट के भी 40 पदों को भरने के लिए ऑनलाइन प्रक्रिया चल रही है।
इनसेट
सीनियर रेजीडेंट के 165 और जूनियर रेजीडेंट के 40 पदों को भरने की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही प्रक्रिया पूरी कराकर विभागों में मरीजों को बेहतर चिकित्सीय सेवाएं मुहैया कराने का प्रक्रिया किया जा रहा है।
समीर शुक्ला, प्रशासनिक अधिकारी एम्स