श्रावस्ती। एसएसबी मुख्यालय पर शनिवार मोटे अनाज से व्यंजन बनाने की कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर रागी ज्वार का हलवा, ककनी की पूड़ी, मकरे का पुलाव, चेना की कोफ्ता-कढ़ी, बाजरे की कचौड़ी व कुट्टू की टिक्की लोगों को खूब भायी। अब एसएसबी मेस में प्रतिदिन मोटे अनाज का व्यंजन बनाया जाएगा।
एसएसबी कैंप में व्यंजन बनाने की दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला के प्रशिक्षक रसोईया तेज बहादुर यादव व देवी प्रसाद विश्वकर्मा ने बीस जवानों को मोटे अनाज से व्यंजन बनाने का प्रशिक्षण दिया। सेनानायक रवींद्र कुमार राजेश्वरी ने कहा कि मिलेट्स यानि मोटा अनाज के उत्पादन तथा उसके उपयोग को बढ़ावा देने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष-2023 को अंतरराष्ट्रीय मिलेट वर्ष घोषित किया गया है।
इसी के तहत अब जवानों की थाली में भी मोटे अनाज से बने व्यंजन परोसे जाएंगे। इस मौके पर निरुपेश कुमार, विनोद कुमार, रमेश कुमार व समेत बीस प्रशिक्षु आरक्षी रसोईया के साथ अन्य जवान मौजूद रहे।