रामपुर मथुरा (सीतापुर)। सरयू नदी का जलस्तर गुरुवार रात से अचानक बढ़ने लगा है। नदी खतरे के निशान से 10 सेमी. ऊपर बह रही है। चपेट में करीब 18 गांव आ गए हैं। प्रशासन बाढ़ से निपटने की पूरी तैयारी का दावा कर रहा है।
सरयू खतरे के निशान 119 मीटर से 10 सेमी. ऊपर पहुंच गई। तटवर्ती बलेसरपुरवा, सोंतीपुरवा,अंगरौरा, अखरी, बाबाकुटी, निरंजन पुरवा, मिश्रनपुरवा, शंकरपुरवा,बंगालीपुरवा,नया पुरवा, कोठार, बैजू पुरवा, बक्सी पुरवा, कनरखी, खुन्ना पुरवा, जगरूपपुरवा, हरिहरपुरवा समेत करीब दो दर्जन गांवों की लगभग 20 हजार की आबादी बाढ़ से प्रभावित है। आशियाने व फसलें डूब गईं हैं। अवागमन के मार्ग पहले से ही खस्ताहाल हैं।
नयापुरवा, अर्जुनपुरवा, चंद्रिकापुरवा, बाबाकुटी, शंकरपुरवा, बलेसरपुरवा, अर्जुनपुरवा व निरंजनपुरवा को जोड़ने वाले मार्गों पर तेजी से पानी भरने लगा है। तटबंध पर रह रहे सोहन, हजारी, मुन्नू, पुत्ती लाल, राम लखन, मिश्री लाल, श्यामू, हजारी व गोगे समेत करीब एक दर्जन से अधिक परिवार दुश्वारियां झेल रहे हैं। इन लोगों ने बताया कि प्रशासन ने अब तक राशन किट नहीं बांटी है। तहसीलदार सूरज प्रताप सिंह ने बताया कि तटबंध के अंदर रह रहे लोगों से सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील की जा रही है। राहत सामग्री के लिए जिलास्तर पर रिपोर्ट भेजी गई है।
रतनगंज में थमा, गवढी बजहा में कटान तेज
लगातार हो रही बारिश और बैराजों से डिस्चार्ज पानी से रेउसा क्षेत्र में घाघरा व शारदा नदी के जलस्तर में बहुत तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। लोग गृहस्थी का सामान समेटकर पलायन कर रहे हैं। रतनगंज में कटान थम गई। वहीं गवढी बजहा में कटान तेज हो गई है। नई बस्ती,संबारी पुरवा, संतराम पुरवा, सुकई पुरवा, दूर्गा पुरवा, नया निर्मल पुरवा, आशा राम पुरवा,राम लाल पुरवा मौजी पुरवा, लोधन पुरवा, जंगल टपरी,टपरहा,ठेकेदार पुरवा संग करीब 15 मजरे बुरी तरह प्रभावित हैं।
गवढी बजहा के राकेश, रामानंद, संतोष, दिलीप, रामू, सुंदर संग करीब आठ से दस लोगों ने अपने मकान तोड़ कर स्थान छोड़ पलायन कर गए हैं। अब तक 130 बीघा जमीन नदी में समाहित हो चुकी है। उपजिलाधिकारी पीएल मौर्य ने बताया कि जलस्तर बढ़ा हुआ है। लोगों को लगातार अलर्ट किया जा रहा। प्रभावित क्षेत्रों में नाव लगाई गईं हैं। प्रभावित क्षेत्र पर नजर रखी जा रही है।
