क्रासर
डलमऊ, ऊंचाहार, सरेनी के कटरी इलाकों में रहने वालों में दहशत
खतरे के निशान से आधा मीटर दूर जलस्तर, तेजी से बढ़ रहा पानी
संवाद न्यूज एजेंसी
डलमऊ (रायबरेली)। एक बार फिर गंगा का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। चेतावनी बिंदु पार करने के बाद खतरे के निशान की तरफ पानी बढऩे से कटरी के गांवों में दहशत का माहौल है। डलमऊ तहसील क्षेत्र के छह गांव पानी से घिर गए हैं, जिससे यहां रहने वाले लोगों में बेचैनी बढ़ गई है। गंगा का पानी खतरे का निशान पार करने से महज 50 सेंटीमीटर दूर है। हालात को देखते हुए तहसील प्रशासन ने लेखपालों की तैनाती कर दी है।
केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक गंगा नदी का जलस्तर 98.860 मीटर नापा गया, जो खतरे के बिंदु 99.360 से 50 सेंटीमीटर दूर है। जलस्तर तेजी के साथ बढ़ रहा है। जलस्तर बढऩे से जमाल नगर मोहद्दीनपुर, अंबहा, बबुरा, जहांगीराबाद, पूरे रेवती सिंह और चकमलिक भीटी गांव पानी से घिर गए हैं। चक मार्ग में पानी भर गया है। इसी तरह जलस्तर बढ़ता रहा, तो गांवों में पानी घुसने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
जमाल नगर मोहद्दीनपुर गांव के रामशंकर मौर्य के आवास के चारों ओर पानी भर गया है। इनकी दो बीघे धान और सब्जी की सफल डूब गई है। राजकुमार यादव, संतराम, रामचंद्र, सुखमति आदि ने बताया कि गांव के किनारे पानी भर गया है। हजारों हेक्टेयर धान, ज्वार, बाजरा, उड़द और सब्जी की फसल पानी में समा गई है। ग्रामीणों ने बताया कि संक्रामक रोगों का खतरा बढ़ गया है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इसकी रोकथाम के दवाओं का छिडक़ाव नहीं कर रहा है।
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घाटों पर बैरीकेडिंग नहीं, नहाने वालों को हो सकता खतरा
डलमऊ। गंगा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। घाटों में पानी भर गया है। इससे स्नान करने वालों के गहराई में जाने का खतरा बढ़ गया है। इसके बावजूद तहसील प्रशासन ने इस खतरे को देखते हुए अभी तक बैरीकेडिंग तक नहीं कराई है। यह हाल तब है, जब सावन माह चल रहा है और लोग रोज गंगा स्नान के लिए जाते हैं और शिव मंदिरों में पहुंचकर जलाभिषेक करते हैं। सडक़ घाट, वीआईपी घाट को जोडऩे वाला पुल जलमग्न हो गया है। वीआईपी घाट से रानी शिवाला घाट को जाने वाला संपर्क मार्ग भी अवरुद्ध हो गया है।
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सीयूजी नंबर नहीं उठाते एसडीएम डलमऊ
गंगा नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। कटरी में रहने वाले लोगों की दुश्वारियां बढ़ रही हैं। इसको लेकर एसडीएम डलमऊ अभिषेक वर्मा से सीयूजी नंबर पर बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन शासन के आदेश के बावजूद उन्होंने सीयूजी नंबर उठाना मुनासिब नहीं समझा। नायब तहसीलदार शिवम सिंह राठौड़ ने बताया कि बाढ़ प्रभावित गांवों में आने-जाने के लिए नाव की व्यवस्था कराई गई है। जल्द ही स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजकर ग्रामीणों को दवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। संक्रामक रोगों को देखते हुए छिडक़ाव कराया जाएगा।
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गांवों के करीब पहुंचा पानी, आवागमन प्रभावित
सरेनी। ब्लॉक क्षेत्र में गेंगासो व निसगर में गंगा नदी का पानी तेजी से बढ़ रहा है। इससे घाटों के आसपास लगने वाली दुकानों तक पानी भर गया हे। निसगर के कुटिया अहत माली, भक्ताखेड़ा और सुकरू का पुरवा के आसपास पानी भर गया है। आने-जाने वाली सडक़ पर भर गया है। जिससे लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है। क्षेत्रीय प्रधान रज्जन ने बताया कि झोपडिय़ों के साथ-साथ सडक़ पर पानी भर गया है। प्राथमिक विद्यालय व पूर्व माध्यमिक विद्यालय कुटिया एहतमाली में जाने-आने के लिए शिक्षकों के साथ विद्यार्थियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। कटरी की फसल डूब गई है। भैयालाल, मोनू, सुरेंद्र, नरेंद्र ने बताया कि गंगा का जलस्तर बढऩे से धान की खेती चौपट हो गई है। घरों में पानी भर गया, तो सामान भी खराब हो जाएगा।