लखनऊ। देर रात तक गुलजार रहने वाले 1090 चौराहे से लेकर समता मूलक के बीच में गोमती नदी पर बने गांधी सेतु से अशोक कुमार गुप्ता (55) ने छलांग लगा दी। वह अपनी सात साल की मासूम बेटी के साथ वहां पहुंचा था और बेटी के साथ कूदना चाहता था, लेकिन मासूम ने अपना हाथ छुड़ा लिया, इससे वह बच गई। वारदात रविवार देर रात की है। सूचना पर पहुंची पुलिस ने गोताखोरों की मदद से शव की तलाश शुरू की, लेकिन सफल नहीं हुई। सोमवार शाम को अशोेक का शव 1090 चौराहे के पास से निकाला गया।
इंस्पेक्टर हजरतगंज प्रमोद कुमार पांडेय के मुताबिक राजाजीपुरम निवासी अशोक कुमार गुप्ता पेशे से इलेक्ट्रीशियन था। बीते कुछ समय से कोई काम न होने से आर्थिक रूप से परेशान था। रविवार देर शाम को वह अपनी सात वर्षीय बेटी को घुमाने के बहाने घर से निकला और रात करीब 10 बजे स्कूटी से 1090 चौराहे के पास पहुंचा। यहां स्कूटी सड़क किनारे खड़ी कर बेटी को समतामूलक की तरफ लेकर आगे बढ़ने लगा। पुल के पास पहुंचने पर वह गोमती में कूदने के लिए बेटी का हाथ पकड़कर घसीटने लगा, लेकिन किसी तरह उसने अपना हाथ लिया। इस दौरान उसके सामने ही पिता ने नदी में छलांग लगा दी। बेटी को रोता देख लोगों की भीड़ जुट गई। उसने पिता के नदी में कूदने की बात बताई तो लोगों ने पुलिस को सूचना दी। सोमवार शाम को गोताखारों ने 1090 चौराहे के पास से अशोक के शव को खोज निकाला। पत्नी, एक बेटा और एक बेटी है।