रायबरेली। बीमा कंपनी सहारा में एक-एक पाई जोड़कर किस्त जमा करने वाले लोगों के लिए उम्मीद जरूर जागी है, लेकिन दस्तावेज जमा करने वह भीषण गर्मी में पसीना बहा रहे है। बंद एसी के कमरों में बैठे अफसरों को उनकी पीड़ा दिखाई नहीं दे रही है। मंगलवार को सदर तहसील की दूसरी मंजिल पर बने काउंटर पर दस्तावेज जमा करने के लिए लोगों का भारी हुजूम उमड़ा। कुछ लोग लाइन में खड़े होकर तो कुछ लोग बैठकर अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। वहीं दलाल बिना लाइन में लगे सीधे जाकर अपना काम कराकर वापस लौट है। इसको लेकर लोगों में नाराजगी रही।
सहारा और पल्स बीमा कंपनी का डूबा रुपया वापस पाने के लिए सदर तहसील में काउंटर खोला गया है। यहां पर राही, सतांव, अमावां ब्लॉक क्षेत्र के लोग फार्म जमा करने आते हैं। लाइन में लगकर अपनी बारी का इंतजार कर रही दुसौती की मीरा देवी ने बताया कि दो दिन से दस्तावेज जमा करने के आ रही हूं, लेकिन अब तक जमा नहीं हुए। इसी तरह राही ब्लॉक क्षेत्र के राघनपुर गांव के रतीपाल, विमल, सतांव के पुरवा पिंडौर गांव निवासी रामकेवल पाल ने बताया कि दस्तावेज जमा कराने में अव्यवस्था का बोलबाला है।
उसका कहना है कि गैलरी में पंखे तक नहीं लगे है। गर्मी में खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना पड़ता है। दलाल धन उगाही करके सीधे काउंटर पर जाकर फार्म जमा कर देते हैं। अधिकारी शिकायत सुनने को तैयार नहीं है। लोगों ने एक अतिरिक्त काउंटर खोले जाने की मांग की है। उधर, तहसीलदार अनिल पाठक ने बताया तहसील में कर्मचारियों की कमी है। फिर भी बुधवार से एक अतिरिक्त काउंटर खोलवाने का प्रयास किया जाएगा, ताकि लोगों को दिक्कत न हो।