लखनऊ। शहर में पेयजल की किल्लत दूर करने के लिए 500 नए सबमर्सिबल लगाए जाएंगे। इनपर पांच करोड़ खर्च होंगे। वहीं जाम की समस्या कम करने के लिए नगर निगम की 20 पार्किंग में पहले आधे घंटे पार्किंग सुविधा मुफ्त रहेगी। हालांकि, इस सुविधा को शुरू करने में करीब एक माह का वक्त लग जाएगा। नगर निगम कार्यकारिणी की शनिवार को छह घंटे चली बैठक में 15 प्रस्तावों को हरी झंडी दी गई।
छोटी कॉलोनियों में पेयजल का अक्सर संकट रहता है। 500 सबमर्सिबल लगने से इन कॉलोनियों में राहत मिलेगी। एक सबमर्सिबल लगाने पर एक लाख रुपये का खर्च आता है। महापौर सुषमा खर्कवाल की निधि से इसके लिए पांच करोड़ दिए जाएंगे। वहीं, सिंचाई विभाग दिसंबर में गोमती बैराज के गेट की मरम्मत का काम करेगा। इससे शहर में जलापूर्ति के केंद्र गऊघाट पर गोमती नदी का न्यूनतम जलस्तर बनाए रखने में मदद मिलेगी। यहां 346.5 फीट न्यूनतम जलस्तर रहने पर ही आपूर्ति बेहतर रहती है। लिहाजा मरम्मत के दौरान जलस्तर बरकरार रखने के लिए 60 लाख रुपये खर्च कर कुड़ियाघाट पर बने अस्थायी डैम को दुरुस्त किया जाएगा। यह काम सिंचाई विभाग करेगा। सिंचाई विभाग को 60 लाख रुपये देने का प्रस्ताव पास कर दिया गया।
अगले महीने से मिलेगी फ्री पार्किंग की सुविधा
महापौर ने कहा कि पहले आधे घंटे पार्किंग की सुविधा मुफ्त किए जाने से लोग सड़क किनारे वाहन नहीं खड़े करेंगे। इससे जाम की समस्या कम होगी। अपर नगर आयुक्त पंकज श्रीवास्तव ने बताया कि इस समय भूमिगत को मिलाकर नगर निगम की 20 पार्किंग हैं। इन्हें अभी नगर निगम ही चला रहा है। इनका टेंडर किया जा रहा है।
यहां हैंं भूमिगत व मल्टीलेवल पार्किंग
अमीनाबाद झंडेवाला पार्क, लालबाग दयानिधान पार्क, लालबाग झंडी पार्क, हजरतगंज मल्टीलेवल पार्किंग, सरोजनी नायडू पार्क, नादान महल रोड नवभारत मल्टीलेवल पार्किंग, गोल मार्केट, चंदरनगर आलमबाग व भूतनाथ पार्किंग और ट्रांसपोर्ट नगर में आठ ओपेन पार्किंग आदि।
अभी चार पहिया के लिए 25 तो दोपहिया के लिए 10 रुपये पार्किंग शुल्क
नगर निगम कार्यकारिणी सदस्य रंजीत सिंह कहते हैं अभी चार पहिया का चार घंटे का 25 रुपये और दो पहिया का 10 रुपये पार्किंग शुल्क लगता है। यदि 10 मिनट भी गाड़ी पार्क करें तो पूरा पैसा देना होता है। महापौर ने कहा कि पार्किंग में पर्ची हैँडहेल्ड मशीन से कटेगी। ऐसे में जब गाड़ी पार्किंग में आएगी और जब जाएगी तो उसका समय भी उस पर रहेगा। ऐसे में समय को लेकर कोई विवाद नहीं होगा।
कम हुआ बशीरतगंज कल्याण मंडप का किराया, बाकी 11 के लिए अगली बैठक में प्रस्ताव आएगा
क्षेत्रीय पार्षद और नगर निगम कार्यकारिणी उपाध्यक्ष गिरीश गुप्ता के प्रस्ताव पर कार्यकारिणी ने बशीरतगंज-गणेशगंज वार्ड में नवनिर्मित कल्याण मंडप का किराया आठ हजार से घटाकर पांच हजार रुपये कर दिया है। शहर में 12 कल्याण मंडप हैं। अमर उजाला की ओर से अन्य कल्याण मंडपों के किराये पर उठाए गए सवाल पर महापौर ने कहा कि बाकी 11 कल्याण मंडपों का किराया भी दस प्रतिशत तक कम किया जाएगा। इसके लिए अगली कार्यकारिणी की बैठक में प्रस्ताव लाया जाएगा।
सफाई के लिए हर जोन में एक कंपनी लगाने को हरी झंडी
वार्ड में सफाई का करने वाली कार्यदायी संस्था से ही डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन का काम कराए जाने की पार्षदों की मांग नहीं मानी गई। कार्यकारिणी ने हर जोन में सफाई, डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन और मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी सेंटर (एमआरएफ सेंटर) को चलाने के लिए एक अलग कंपनी लगाए जाने का प्रस्ताव पास कर दिया। वहीं पड़ावघरों से कूड़े काे उठाकर उसे शिवरी प्लांट तक पहुंचाने के लिए एक अलग कंपनी को लगाने को भी हरी झंडी दे दी गई।
पार्षदों को 25 हजार रुपए महीना भत्ता देने पर चर्चा
दिल्ली की तर्ज पर पार्षदों को 25 हजार रुपए भत्ता दिए जाने पर भी कार्यकारिणी में चर्चा हुई मगर वह पास नहीं हुआ। महापौर ने बताया कि बैठक के दौरान नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने दिल्ली में पार्षदों का हर महीने मिलने वाले भत्ते का जिक्र किया, लेकिन इसको लेकर कोई प्रस्ताव नहीं आया था।
स्कूलों के लिए 1.25 करोड़ का बजट पास
महापौर सुषमा खर्कवाल ने बताया कि नगर निगम के स्कूलों की मरम्मत और उनकी हालत सुधारने के लिए 1.25 करोड़ का बजट पास हो गया है। यह पैसा विधायक व अन्य लोगों के सहयोग से आया है। हालत सुधारने के लिए जो भी बजट खर्च होगा वह किया जाएगा। अभी करीब पचास लाख रुपये का और इंतजाम किया जाएगा।
महापौर पेश करेंगी 100 दिन का लेखा-जोखा
महापौर ने बताया कि उनके कार्यकाल के 100 दिन छह सितंबर को पूरे हो जाएंगे। इन 100 दिनों में उन्होंने क्या किया इसका लेखा-जोखा वह शहरवासियों के सामने रखेंगी। इसको लेकर 9 सितंबर को वह कार्यक्रम करेंगी।