लेखपाल पर 50 हजार रुपये मांगने का आरोप, सीएम से लगाई न्याय की गुहार
फोटो संख्या 29
संवाद न्यूज एजेंसी
रायबरेली। घूस न देने पर वायुसेना में तैनात एक जवान के घर पर बुलडोजर चलवा कर उसे ढहा दिया गया। तहसील स्तर से हुई इस कार्रवाई से पहले जवान और उनके परिवार को नोटिस तक नहीं दी गई। इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में जवान ने घूस न देने पर लेखपाल पर बुलडोजर चलाकर घर को ढहा देने का आरोप लगाया है। साथ ही न्याय दिलाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री और जिलाधिकारी से भी गुहार लगाई है।
भदोखर थाना क्षेत्र के खनुवा गांव निवासी सौरभ त्रिपाठी गाजियाबाद में वायुसेना में तैनात है। वह अवकाश लेकर गांव में अपना मकान बनवाने आए थे। क्षेत्रीय लेखपाल जब जांच करने गांव आया तो उन्हें मकान के दस्तावेज भी दिखाए गए। इसके बाद लेखपाल ने कहा कि मकान बनाओ, कोई दिक्कत नहीं है। मकान खुद के बैनामा की जमीन पर बना था। मकान के बाहर सिर्फ मिट्टी डलवाने का कार्य हुआ था। 29 मई को सौरभ छुट्टी खत्म हो जाने के कारण वापस डयूटी पर चले गए। आरोप है कि इस दौरान लेखपाल ने जवान के परिवारीजनों से 50 हजार रुपये घूस के बतौर मांगे। उसका कहना था कि जिस जमीन पर मकान बनाया जा रहा है वह राजस्व अभिलेख में तालाब में दर्ज है।
जबकि जमीन के बैनामा दस्तावेज में ऐसा कुछ भी नहीं था। आरोप है कि लेखपाल की अनुचित मांग पूरी न करने पर बिना नोटिस के ही उसके निर्माणाधीन मकान पर बुलडोजर चलवा कर उसे ढहवा दिया गया। इसका विरोध करने पर उसके भाई के खिलाफ भी जानलेवा हमले की फर्जी एफआईआर सदर कोतवाली में दर्ज करवा दी गई। बताया कि वह 12 साल से सेना में नौकरी कर रहा है। इस दौरान न कभी रिश्वत ली, न ही किसी को रिश्वत दी है। वायरल वीडियों के माध्यम इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिलाधिकारी से न्याय दिलाने की मांग की है।
इस संबंध में डीएम माला श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है। किसी के साथ भी अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी का कहना है कि जवान के भाई के खिलाफ सदर कोतवाली में दर्ज कराई गई एफआईआर की जांच भी कराई जा रही है। जवान के परिवार के साथ किसी भी तरह का कोई अन्याय नहीं होने दिया जाएगा।