रायबरेली। मां विध्यांचल दर्शन करने परिवार के साथ गए दादी और पोता की ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ, जब ये हड़बड़ी में ट्रेन से उतर रहे थे। ये लोग परिवार और गांव के साथी लोगों के साथ दर्शन करने गए थे। हादसे की जानकारी होने पर घर और गांव में मातम छा गया। हर कोई उस घड़ी को कोस रहा था, जब ये लोग मां के दर्शन करने के लिए घरों से निकले थे।
नसीराबाद थाना क्षेत्र के पूरे किया मजरे रायपुर टोडी गांव निवासी श्यामलाल अपनी पत्नी राजकली व बेटा फूलचंद्र, रामप्रकाश, करन कुमार, श्रवण व गांव के उदयराज, अनीता देवी सहित 14 लोगों के साथ मां विंध्यवासिनी के दर्शन करने के लिए ट्रेन से विंध्याचल गए थे। ये लोग रविवार को रायबरेली रेलवे स्टेशन से विंध्याचल के लिए रवाना हुए थे।
देर रात विंध्याचल रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रुकने के बाद सभी सदस्य ट्रेन से उतर गए। राजकली (60) और पोता रमन पासवान (4) सो रहे थे। साथ के लोगों के चिल्लाने पर अचानक नींद खुली। राजकली पोते को लेकर हड़बड़ी में उतरने लगी। पैर फिसलने से दोनों ट्रेन से गिर गए और ट्रैक पर आ गए। ट्रेन की चपेट में आने से रमन की मौके पर मौत हो गई, जबकि राजकली ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया। हादसे से घर वालों का रो-रोकर हाल बेहाल है। फूलचंद के बेटे रमन और राजकली की मौत से घर में कोहराम मच गया। हादसे के दौरान रमन की मौत देख मां माया बदहवास हो गई।