संवाद न्यूज एजेंसी, लखनऊ
Updated Wed, 01 Nov 2023 12:37 AM IST
रायबरेली। सरेनी क्षेत्र की ग्राम पंचायत छतौना में कराए गए कार्याें में करीब पांच लाख की अनियमितता मिलने पर प्रधान के प्रशासनिक एवं वित्तीय अधिकारों को सीज कर दिया गया है। इसके साथ दो पंचायत सचिवों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की गई है।
छतौना के सरताज खान व अन्य ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत में कई कार्यों के नाम पर सरकारी पैसे हड़पने का आरोप लगाते हुए गत वर्ष डीएम से शिकायत की थी। डीएम ने डीआरडीए के परियोजना निदेशक और जिला दिव्यांगजन कल्याण अधिकारी की टीम ने जांच कराई। जांच में राज्य एवं 15वें वित्त आयोग के कार्यों में 2,13,114 रुपये और मनरेगा से कराए गए कार्यों में 2,92,955 रुपये की गड़बड़ी मिली।
जांच रिपोर्ट मिलने पर डीएम ने छतौना की ग्राम प्रधान अजीजुननिशां के वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों को सीज कर दिया है। बिना अनुमोदन के काम कराने पर तत्कालीन पंचायत सचिव विद्यासागर व आशीष यादव दोषी पाए गए हैं। डीपीआरओ नवीन सिंह के मुताबिक प्रधान के अधिकारी सीज करने के साथ दोनों सचिवों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू की गई है।