14 new patients of dengue and AES found

रायबरेली में जिला अस्पताल के पंजीकरण काउंटर पर पर्चा बनवाने के लिए लाइन में खड़े मरीज व तीमारदा

जिला अस्पताल में स्क्रब टाइफस की जांच शुरू

गांवों में पहुंचीं टीमें, दवा छिड़काव के बाद लोगों की जांची सेहत

संवाद न्यूज एजेंसी

रायबरेली। जिले में एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिंड्रोम (एईएस) और डेंगू ने पांव पसार दिया है। डेंगू व एईएस के 14 नए मरीज मिले हैं। किट मिलने के बाद जिला अस्पताल में स्क्रब टाइफस की जांच भी शुरू हो गई है। डेंगू व एईएस के नए मरीजों की रिपोर्ट मिलते ही सीएमओ के निर्देश पर टीमों ने गांवों में पहुंचकर दवा का छिड़काव कराने के बाद लोगों की सेहत जांची है। सभी मरीज स्वस्थ बताए हैं। जिले में अब तक डेंगू व एईएस के 27-27 मरीज मिल चुके हैं।

जिले में जांच में अमावां क्षेत्र के पूरे बन मजरे रूपामऊ निवासी प्रदीप मौर्या (26), सतांव के हरदौरपुर निवासी गोविंद सिंह (24), डलमऊ के पूरे तिवारी ऐहार निवासी विकास साहू (18), लालगंज के आर्य नगर निवासी लीलावती (45), लालगंज के ही आलमपुर निवासी आयुष (17), इंदिरा नगर निवासी स्नेहील (21), लालगंज के बेहटाकला निवासी अभय सिंह (30), पूरे मोती चांदा लालगंज निवासी शारदा सिंह (45), विकास तिवारी निवासी गोरा बाजार (27) डेंगू संक्रमित मिले हैं। इसके अलावा लोनार शिवगढ़ निवासी अमरजीत (15), जगदीशपुर ऊंचाहार निवासी नैना (6), अजरैल बछरावां निवासी सूरज (8), मांझीगांव हरचंदपुर निवासी जानवी (6) और पूरे दीना डीह निवासी रुदंश (3) एईएस संक्रमित मिले हैं।

प्रयोगशाला जांच रिपोर्ट आने के बाद मलेरिया अधिकारी भीखुल्लाह के निर्देशन में मलेरिया निरीक्षक आतिफ खान की टीमों ने मरीजों के घरों में पहुंचकर एंटी लार्वा का छिड़काव किया। गांवों व मरीजों के परिवार के लोगों की सेहत भी जांची गई। मलेरिया अधिकारी का कहना है कि जांच में सभी मरीज स्वस्थ मिले। परिवार के लोगों में भी लक्षण नहीं मिले। टीमों ने गांव के लोगों को मच्छरों के प्रकोप से बचने की सलाह दी। उधर, जिला अस्पताल की ओपीडी में भी मरीजों की संख्या काफी रही। ओपीडी कक्षों के बाहर मरीजों को घंटों इंतजार करना पड़ा।

गलत रिपोर्ट देने पर पैथोलाॅजी संचालक को चेताया

डेंगू की गलत रिपोर्ट देने पर बुधवार को सीएमओ ने रामा पैथोलॉजी के संचालक को नोटिस थमा दिया। एलाइजा जांच की सुविधा उपलब्ध न होने के बाद भी पोर्टल पर डेंगू के चार मरीजों को कंफर्म कर दिया। सीएमओ ने लैब संचालक को कार्ड में संक्रमित मिले मरीजों के सैंपल एलाइजा जांच के लिए जिला अस्पताल भेजने के आदेश दिए। अन्य पैथोलॉजी संचालकों को भी अल्टीमेटम दिया है।

डेंगू व स्क्रब टाइफस की खबर का इनसेट

स्क्रब टाइफस के लक्षण

रायबरेली। स्क्रब टाइफस होने पर मरीज को तेज बुखार आता है। जोड़ों में दर्द, ठंड के साथ बुखार, शरीर में ऐंठन, अकड़न और शरीर टूटने लगता है। अधिक संक्रमण में गर्दन, बाजू और कूल्हों के नीचे गिल्टियां होने लगती हैं। लक्षण प्रतीत होने पर जांच जरूर कराएं।

स्क्रब टाइफस और बचाव

रायबरेली। स्क्रब टाइफस के कीट आमतौर पर झाड़ीदार और नमी वाले इलाकों में रहते हैं। बरसात के दौरान घास, झाड़ियों और गंदगी वाले क्षेत्र में मवेशियों से कीट चिपक जाते हैं और घरों तक पहुंच जाते हैं। मवेशी और जानवरों वाले घरों में कीट का खतरा अधिक रहता है। कीट के संपर्क में आने से बचने का बेहतर उपाय है कि पूरे बांह के कपड़े और पैरों में जूते पहनें। साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। घर व आसपास के वातावरण को साफ रखें। कीटनाशक दवा का छिड़काव करें।

जांच में सभी मरीज मिले स्वस्थ

सीजन के कारण डेंगू व एईएस का संक्रमण बढ़ रहा है। लोग एहतियात बरतें। अधीक्षकों को भी अलर्ट कर दिया गया है। नए मरीजों के घरों में टीमों को भेजकर जांच कराई गई। सभी मरीज स्वस्थ मिले हैं।

-डॉ. वीरेंद्र सिंह, सीएमओ



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