संवाद न्यूज एजेंसी, लखनऊ
Updated Wed, 05 Jul 2023 12:18 AM IST
सीतापुर। अंतरजनपदीय तबादलों के बाद कार्यमुक्त होने की राह देख रहे शिक्षकों का दर्द खुलकर सामने आया। सीडीओ की अध्यक्षता में बनी कमेटी के सामने मंगलवार को शिक्षक पेश हुए। फाइलों में दर्ज पीड़ा डॉक्टरों से साझा करने के बाद इसका भौतिक सत्यापन करके उनका मेडिकल भी हुआ। सुबह से जारी सिलसिला देर शाम तक चला।
जिले में इस बार 987 शिक्षकों के गैर जनपद तबादले हुए हैं। इनमें सात सौ शिक्षक भारांक का लाभ लेकर तबादला करवाने में सफल हुए है। यह लाभ ऐसे शिक्षकों को मिला जिनकी पति व पत्नी अलग-अलग जनपद में तैनात हैं। माता-पिता अकेले और असाध्य रोग से पीड़ित हैं। इन शिक्षकों को कार्यमुक्त करने से पहले मेडिकल बोर्ड के सामने पेश होना था। इसके लिए सीडीओ अक्षत वर्मा की अध्यक्षता में बनी कमेटी मंगलवार को विकास भवन के सभागार में बैठी। जिसमें बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह व सीएमएस डॉ. आरके सिंह के सामने शिक्षक पेश हुए।
शिक्षकों का मेडिकल परीक्षण पूरा
शिक्षकों ने अपनी फाइल में स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का हवाला दिया। इसके बाद चिकित्सकों ने उनके स्वास्थ्य को परख कर फाइल से मिलान की। यह सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। बीएसए अखिलेश प्रताप सिंह ने बताया कि अब कमेटी आगे कार्रवाई करेगी।