लहरपुर/सीतापुर। पानी के दबाव से तेंदुआ माइनर की पटरी कट गई। इससे करीब 50 बीघा फसलें पानी में डूब गईं। बस्ती पुरवा में पानी भरने से बाढ़ सरीखा नजारा दिखाई देने लगा। आठ मकान पानी से घिर गए हैं। सिंचाई विभाग के अफसरों ने माइनर का पानी रोक दिया है। आए दिन माइनर की पटरी कटने से किसानों में रोष है।

तेंदुआ माइनर इस समय पूरी क्षमता से चल रही है। शुक्रवार देर रात बरदहा पुल के पश्चिम दिलीप व शिवबालक के खेतों में माइनर की पटरी कटने से पानी भरने लगा। शनिवार सुबह तक आसपास के कई खेतों पानी भर गया। किसान अनूप कुमार, रजनीश, कल्लू, सुशील, जयराम, रूपनारायण, पुनीत यादव, सगीर, छेद्धू, रशीद आदि की लगभग 50 बीघा धान व गन्ने की फसल जलमग्न हो गई। खेतों से होता हुआ पानी बस्ती पुरवा गांव में भरने लगा। गांव के बबलू, यदुनाथ, उमेश, दीपू, कमलेश, जगमोहन, शिवकुमार यादव, शिवकुमार भार्गव आदि के घर पानी से घिर गए हैं। इससे ग्रामीणों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही हैं।

बार-बार पटरी कटने से किसानों में रोष

तेंदुआ माइनर की पटरी पानी के दबाव से आए दिन कट जाती है। आठ जुलाई को पटरी कटने से सद्दाम के खेत में लगी फसल डूब गई थीं। किसानों का कहना है, कि सिल्ट सफाई ठीक से नहीं कराए जाने से पानी का बहाव बाधित होता है। ऐसे में जिस जगह पटरी कमजोर होती है। पानी के दबाव से कट जाती है। इसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ता है। इससे किसानों में रोष व्याप्त है।

जल्द दुरुस्त कराई जाएगी पटरी

तेंदुआ माइनर की पटरी कटने की सूचना मिली है। नहर का पानी कम करा दिया गया है। मौसम सही होते ही नहर की पटरी दुरुस्त करा दी जाएगी। इसके बाद किसानों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करा दिया जाएगा।

– शिवप्रताप यादव, अवर अभियंता, सिंचाई



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