सीतापुर। 88 हजार ऋषि-मुनियों की तपोभूमि नैमिषारण्य जल्द ही हवाई सफर का साक्षी बनेगा। यहां से एक साथ तीन हेलीकॉप्टर उड़ान भर सकेंगे। नैमिष दर्शन के बाद श्रद्धालु यहां से वाराणसी, गोरखपुर व प्रयागराज इत्यादि धार्मिक स्थलों का सफर हवाई मार्ग से कर सकेंगे। इसके लिए यहां हेलीपैड तैयार किया जा रहा है। हेलीपैड का निर्माण अक्तूबर तक पूरा करने का लक्ष्य है।

राज्य सरकार की मंशा विश्व विख्यात नैमिषारण्य तीर्थ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की है। इसके लिए नैमिषारण्य तीर्थ विकास परिषद का गठन किया गया है। समूचे तीर्थ का 900 करोड़ रुपये से विकास प्रस्तावित है।

नैमिष दर्शन को सुलभ बनाने के लिए इसे हवाई मार्ग से जोड़ने की योजना भी है। इस मंशा को साकार करने की कवायद में यहां हेलीपैड बनाया जा रहा है। ठाकुरनगर-रुद्रावर्त धाम मार्ग के किनारे 2 हेक्टेयर भूमि पर लगभग 8 करोड़ रुपये की लागत से पर्यटन विभाग की देखरेख में हेलीपैड का निर्माण किया जा रहा है। हेलीपैड बनाने का काम अंतिम चरण में है। यहां एक साथ तीन हेलीकाॅप्टर उतारने की व्यवस्था की जा रही है। इसके बनने के बाद गोमती की लहरों के ऊपर से तीन हेलीकॉप्टर एक साथ उड़ान भर सकेंगे। तीर्थ यात्री चंद मिनटों में हेलीकॉप्टर से उड़ान भरकर प्रयागराज और वाराणसी इत्यादि धार्मिक स्थलों का दर्शन सुगमता पूर्वक कर सकेंगे। हेलीपैड का निर्माण अक्तूबर तक पूरा करने का लक्ष्य है।

पांच या सात सीटर होगा हेलीकॉप्टर

हेलीपैड से जो भी हेलीकॉप्टर उड़ान भरेंगे, वे पांच या सात सीटर होंगे। सरकार की मंशा है कि तीर्थ यात्री नैमिष से सीधे काशी, अयोध्या और प्रयागराज कम समय में पहुंच सकें।

पहले से बुक करना होगा टिकट

हेलीकॉप्टर की सुविधा के लिए पहले से टिकट बुक करना होगा। लखनऊ की कंपनी उड़ान का समय निश्चित करेगी। तय समय पर नैमिष से हेलीकाॅप्टर उड़ान भरेगा। यही प्रक्रिया बाहर से नैमिष पहुंचने वाले हेलीकॉप्टर पर भी लागू होगी।

मुख्य मार्ग से जोड़ने को 150 लाख की लागत से बनेगी सड़क

हेलीपैड तक पहुंचना आसान रहे, इसलिए सड़क का निर्माण भी कराया जाएगा। मुख्य मार्ग से हेलीपैड को जोड़ने के लिए 150 लाख की लागत से सड़क बनाई जाएगी। सड़क का निर्माण यूपीपीसीएल कराएगी।

यह होंगी सुविधाएं

हेलीपैड परिसर को बांउड्रीवॉल से कवर किया जाएगा। यहां एक टर्मिनल बिल्डिंग होगी, जिसमें वीआईपी के बैठने के लिए एक रूम बनाया जा रहा है। इसके अलावा एटीसी बिल्डिंग व हैंगर बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें पार्किंग स्थल बनाया जाएगा। चारों तरफ हरियाली के लिए पेड़ पौधे लगाए जाने हैं।

हेलीपैड के तहत टर्मिनल बिल्डिंग, एटीसी बिल्डिंग व हैंगर बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है। पार्किंग स्थल की भी सुविधा रहेगी। अक्तूबर तक कार्य पूरा कर लिया जाएगा।

– आशुतोष मिश्र, सहायक अभियंता

हेलीपैड का निर्माण पूरा होने के बाद नैमिष से हेलीकॉप्टर उड़ान की सुविधा शुरू करा दी जाएगी। इसके लिए पहले से बुकिंग करानी होगी। यहां से वाराणसी, प्रयागराज, गोरखपुर व लखनऊ इत्यादि के लिए हेलीकॉप्टर से जाने की सुविधा रहेगी।

– कल्याण यादव, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी



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