क्रासर
बीएसए दफ्तर में सुबह से देर शाम तक लगा मेला
अंतरजनपदीय तबादले के तहत आए हैं अध्यापक
संवाद न्यूज एजेंसी
रायबरेली। अंतरजनपदीय स्थानांतरण के तहत दूसरे जिलों से तबादला लेकर आए 90 शिक्षकों ने रविवार को कार्यभार ग्रहण कर लिया। छुट्टी के बावजूद दफ्तर खुला रहा और सुबह से लेकर देर शाम तक मेले जैसा माहौल रहा। ये वही शिक्षक हैं, जिनका तबादला एक महीने पहले हो गया था, लेकिन 69000 भर्ती वाले शिक्षक होने के कारण कार्यमुक्त और कार्यभार ग्रहण करने से रोक दिया गया था। ऐसे शिक्षक शनिवार को कार्यमुक्त हुए और अब ज्वाइनिंग कराई गई।
अंतरजनपदीय स्थानांतरण के तहत इस जिले के 185 शिक्षकों का तबादला हुआ था, जबकि दूसरे जिलों से तबादला लेकर आने वाले शिक्षकों की संख्या 435 थी। लगभग डेढ़ महीने पहले इस जिले के 136 शिक्षक कार्यमुक्त होकर चले गए और दूसरे जिलों से 233 शिक्षकों ने यहां आकर ज्वाइन किया था। बाकी शिक्षकों के मामले में कोई न कोई अड़चन आ रही थी। जब 69000 भर्ती वाले शिक्षकों को हरी झंडी मिली तो उन्हें भी कार्यमुक्त और ज्वाइन कराने की प्रक्रिया शुरू हो गई। इस जिले के 13 शिक्षकों को शनिवार को कार्यमुक्त कर दिया गया था। दूसरे जिलों के शिक्षकों ने रविवार को बीएसए दफ्तर में ज्वाइन किया।
बीएसए दफ्तर में सुबह से ही चहल-पहल शुरू हो गई। प्रदेश के कई जिलों से तबादला लेकर आए शिक्षक पहुंचने लगे। दोपहर तक काफी मजमा लग गया। देर शाम तक 90 शिक्षकों को बीएसए दफ्तर में कार्यभार ग्रहण कराया गया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शिवेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि अब तक जिले के 149 शिक्षक कार्यमुक्त हो चुके हैं, जबकि दूसरे जिलों से 323 शिक्षक आ चुके हैं। शिक्षकों को कार्यभार ग्रहण कराने के लिए बीईओ तरुण, सुरेंद्र मौर्य, कुलदीप, प्रियंका सिंह, जिला समन्वयक (एमआईएस) अविलय सिंह, अभिषेक सिंह, अभिषेक द्विवेदी, राघवेंद्र कुमार आदि देर शाम तक मुस्तैद रहे।
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विद्यालय आवंटन का इंतजार
अंतरजनपदीय स्थानांतरण के तहत एक महीने से भी ज्यादा समय से इंतजार कर रहे शिक्षकों को अब तक विद्यालय आवंटित नहीं हुआ है, जो बीएसए दफ्तर में हाजिरी लगा रहे हैं। अब तो कई और शिक्षक दूसरे जिलों से आ गए हैं, जिन्हें भी बीएसए दफ्तर में ही हाजिरी लगानी होगी। इन सभी शिक्षकों को कब विद्यालय आवंटित किया जाएगा, इसके बारे में अभी कोई स्पष्ट निर्देश नहीं मिले हैं। पहले से ही शिक्षकों की कमी से जूझ रहे विद्यालयों में तबादलों के बाद काफी स्कूलों में पठन-पाठन प्रभावित हो गया है। तबादले में आए शिक्षकों को स्कूलों में तैनाती मिले तो सुधार होने की उम्मीद है। (संवाद)