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डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने लोहिया संस्थान के रेफरल अस्पताल में किया रीप्रोडक्टिव मेडिसिन की ओपीडी का उद्घाटन

हर शुक्रवार बांझपन के निदान के लिए संचालित होगी विशिष्ट ओपीडी

माई सिटी रिपोर्टर

लखनऊ। जिन महिलाओं का बगैर किसी विशेष वजह के लगातार दो बार गर्भपात हो गया हो, उन्हें तीसरी बार गर्भधारण से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेनी चाहिए। इसकी वजह कोई अस्थायी समस्या हो सकती है। डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के मातृ एवं शिशु रेफरल केंद्र में डॉ. मालविका मिश्रा ने यह जानकारी दी। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मंगलवार को संस्थान में रीप्रोडक्टिव मेडिसिन की ओपीडी का शुभारंभ किया। यह ओपीडी हर शुक्रवार को संचालित होगी।

डॉ. मिश्रा ने कहा कि हर ओपीडी में आमतौर पर सौ के करीब महिलाएं आती हैं। इनमें से 10 से 15 ऐसी होती हैं, जिनको बांझपन की समस्या होती है। बार-बार गर्भपात होने पर भी महिलाओं की गर्भधारण की क्षमता प्रभावित होती है। इन सब कारणों को देखते हुए जांच और इलाज के माध्यम से काफी महिलाओं की सूनी गोद भर सकती है। विभागाध्यक्ष प्रो. स्मृति अग्रवाल ने बताया कि रीप्रोडक्टिव मेडिसिन ओपीडी में महिलाओं को लैप्रोस्कोपिक सर्जरी, जांच, ओवेरियन सिस्ट निकालने और आईयूआई जैसी सुविधाएं मिलेंगी। आईवीएफ सेंटर खोलने के लिए शासन के साथ वार्ता चल रही है। संस्थान की निदेशक प्रो. सोनिया नित्यानंद ने कहा कि हर महिला की अलग समस्या हो सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए यह विशिष्ट ओपीडी शुरू की गई है।

गर्भवती महिलाओं को घर के नजदीक मिल रही अल्ट्रासाउंड की सुविधा

उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने ओपीडी का उद्घाटन करते हुए कहा कि सरकार सभी बहनों को अच्छा इलाज दे रही है। गर्भवती महिलाओं को उनके घर के नजदीक निशुल्क अल्ट्रासाउंड की सुविधा दी जा रही है। यह योजना 24 मई को शुरू की गई है। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत सौ सेंटर को इससे जोड़ा गया था। अब इनकी संख्या 1200 पहुंच चुकी है। इसके साथ ही उन्होंने मिशन इंद्रधनुष के तहत टीकाकरण और स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में जानकारी दी। इस मौके पर उनकी धर्मपत्नी नम्रता पाठक, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. एके सिंह और चिकित्सा अधीक्षक डॉ. विक्रम सिंह मौजूद रहे।



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